‘छात्र जीवन से नहीं लगता था एक दिन संन्यासी बन जाएगा अभय’
प्रथम शर्मा/हप्र
झज्जर, 21 जनवरी
प्रयागराज में महाकुम्भ में आईआईटियन बाबा अभय सिंह ने स्थानीय डीएच लाॅरेंस स्कूल में प्राइमरी एजुकेशन से लेकर 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की है। इसके बाद उन्होंने आईआईटी में आगे की शिक्षा हासिल की। स्कूल के संचालक रमेश रोहिला ने बताया कि अभय छात्र जीवन से ही होनहार विद्यार्थी है। स्कूल के जो भी दस-बारह होनहार विद्यार्थी थे, उनमें अभय भी एक थे। अभय के हमेशा ही हर विषय में 92 प्रतिशत से लेकर 98 प्रतिशत तक अंक आते थे। उसकी साइंस पर अच्छी पकड़ थी अौर स्कूल में समय-समय पर लगने वाली साइंस एग्जीबिशन में वह भाग लिया करता था।
स्कूल में हर माह पीटीएम होती थी, जिसमें उसके माता-पिता शामिल होते थे। उस दौरान ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला कि अभय अध्यात्म की ओर जाना चाहता है या फिर वह अपने माता-पिता की वजह से डिस्टर्ब है। छात्र जीवन के अच्छे संस्कार की वजह से ही अभय ने उसी दौरान आईआईटी के क्षेत्र को चुन लिया था। रमेश रोहिला ने अभय के वैराग्य की राह अपनाने को अच्छा कदम बताया, लेकिन अभय द्वारा माता-पिता पर लगाए गए आरोपों को स्कूल संचालक ने उचित नहीं बताया।
उन्होंने कहा कि अभय का एक वीडियो आया है, जिसमें उसने अधिकांश माता-पिता को संदेह के कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे एक-दो अपवाद हो सकते हैं, लेकिन सभी नहीं।
अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों की भलाई ही चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आए अभय के वीडियो को देखकर लगता है कि वह अभी अपने आप को समझना चाहता है। उसे अभी यही नहीं पता कि वह संसार में आया क्यों है। उन्होंने आईअाईटियन बाबा अभय को संदेश भेजा है कि वे देश और समाज को अच्छी दिशा में ले जाने की खोज में ही अपना ध्यान लगाएं।