मुख्यमंत्री अमरेंद्र, खट्टर के आवासों का घेराव
चंडीगढ़/पंचकूला, 4 सितंबर (नस)
शिरोमणि अकाली दल संयुक्त की तरफ से करनाल में हरियाणा सरकार और मोगा में कैप्टन सरकार की तरफ से किसानों पर किये लाठीचार्ज के प्रति रोष के तौर पर पार्टी के प्रमुख नेताओं परमिन्दर सिंह ढींडसा के नेतृत्व में पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के चंडीगढ़ स्थित आवासों का घेराव किया गया। पार्टी वर्करों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। जबकि प्रदर्शनकारियों को दोनों मुख्य मंत्रियों की रिहायश की ओर जाने से रोकनो के लिए चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से बल का इस्तेमाल करते हुए बैरीकेड लगा कर रोकने की कोशिश की गई।
रोष प्रदर्शन में प्रमुख नेता सुखविन्दर सिंह औलख, मिट्ठू सिंह काहनेके, मनजीत सिंह, जत्थेदार गुरबचन सिंह, हरदेव सिंह रोगला, मलकीत सिंह, जत्थेदार रामपाल सिंह, जैपाल सिंह सहित कई प्रदर्शनकारी फिर भी नहीं माने तो उन्हें तितरबितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए उनपर पानी की बोछारें फैंकी। इससे कई नेताओं और वर्करों की पगड़ी उतर गई कई लोगों को गंभीर चोटें भी लगीं। जिनको तुरंत अस्पताल में दाख़िल करवाया गया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच भारी झड़प भी हुई। पुलिस की तरफ से परमिन्दर सिंह ढींडसा समेत कई नेताओं और वर्करों को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया। जहां उनको काफ़ी समय हिरासत में रखा गया।
अकाली दल किसानों के साथ : ढींडसा
रोष प्रदर्शन शुरू होने से पहले पार्टी प्रधान सरदार सुखदेव सिंह ढींडसा भी विशेष तौर पर नेताओं और वर्करों के बीच आए। इस मौके पर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये परमिन्दर सिंह ढींडसा ने कहा कि जिस तरह किसानों पर करनाल और मोगा में अत्याचार किया गया है, उसी तरह आज हमारी पार्टी के वर्करों के साथ भी किया गया है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल संयुक्त किसानों के हक में हमेशा आवाज़ बुलंद करता रहा है और आगे भी बुलंद करता रहेगा। पार्टी किसानों के साथ डट कर खड़ी है। सरदार ढींडसा ने कहा कि किसानों के साथ करनाल और मोगा में जो कुछ हुआ वह बयान नहीं किया जा सकता।