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सिद्धू मूसेवाला की हत्या के दो साल, पढ़ें कैसे हुई थी हत्या, किन गानों से मिली प्रसिद्धि

04:15 PM May 29, 2024 IST
सिद्धू मूसेवाला की फाइल फोटो।
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ट्रिब्यून, चंडीगढ़, 29 मई

Sidhu Moose Wala Death Anniversary: शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या को आज दो वर्ष पूरे हो गए। 11 जून 1993 को जन्मे सिद्धू मूसेवाला ने 29 वर्ष की उम्र में ही वो मुकाम हासिल कर दिया था जो हर किसी को नसीब नहीं हो पाता। उन्हें अपनी पीढ़ी के सबसे महान पंजाबी कलाकारों में से एक माना जाता था, लेकिन उनकी यही प्रसिद्धि उनकी जान की दुश्मन बन गई।

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सिद्धू मूसेवाला 29 मई 2022 को मानसा स्थित अपने गांव से थार गाड़ी से निकले थे। घर से महज कुछ दूरी पर ही उनकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली। अब तक इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दो आरोपी इनकाउंटर में ढेर भी हो चुके हैं। अभी भी कई आरोपित पकड़ से बाहर हैं और विदेश में बैठे हैं। मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई गैंग का गोल्डी बराड़ है। गोल्डी कनाडा में है।

ऐसे बने शुभदीप से सिद्धू मूसेवाला

मानसा के मूसा गांव के रहने वाले सिद्धू मूसेवाला की पंजाबी मनोरंजन की दुनिया में एंट्री वर्ष 2018 में हुई थी। उनका नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था, लेकिन अपने चाहने वालों के बीच वह सिद्धू मूसेवाला के नाम से प्रसिद्ध हुए। उन्होंने करियर की शुरुआत लिरिक्स राइटर के रूप में की। कई कलाकारों के साथ काम किया। इसी दौरान उनकी गायकी का जादू बिखरने लगा। गन कल्चर को लेकर आए उनके कई गानों के कारण वह विवादों में भी आए।

विवादों से भी रहा नाता

वर्ष 2019 में उनका गाना जट्टी ज्यूणे मौड़ दी बंदूक वर्गी को लेकर काफी विवाद हुआ। इसमें उन्होंने माई भागो पर टिप्पणी की थी, इस कारण उन्हें सिख संगठनों का विरोध झेलना पड़ा। इस मामले में केस भी चला, जिसके बाद मूसेवाला ने माफी मांगी। मूसेवाला ने सरदार चेतन सिंह सर्वहितकारी विद्या मंदिर मानसा से 12वीं पास की थी। इसके बाद स्नातक की डिग्री लेने के बाद उन्होंने कनाडा से एक वर्षीय डिप्लोमा भी किया था।

इन गीतों ने बनाया मूसेवाला को सुपस्टार

मूसेवाला ने अपने करियर की शुरुआत जी वैगन नामक युगल गीत से की थी। उन्होंने पने ट्रैक सो हाई से लोकप्रियता हासिल की। वर्ष 2018 में मूसेवाला ने अपना पहला अलबम जारी किया, जो बिलबोर्ड कैनेडियन एल्बम चार्ट में 66वें स्थान पर था। सो हाई मूसेवाला के सबसे पसंदीदा गीतों में से यह एक है। चार मिनट का यह गीत जनता को काफी पसंद आया। इसके अलावा 2018 में रिलीज हुआ गाना टोचन, फेमस, बैड फैला, जट्टा दा मुकाबला आदि ऐसे गीत हैं जिन्होंने मूसेवाला को लोकप्रियता दिलाई।

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