श्रीमद् भागवत कथा का सुदामा चरित्र के साथ समापन, भंडारा आज
समालखा, 1 जून (निस)
करुणामयी श्री राधा जी की रसोई संस्था द्वारा पिछले एक सप्ताह से आयोजित की जा रही श्रीमद्भागवत कथा का शनिवार को सम्पूर्ण हुई। रविवार को हवन-यज्ञ में पूर्ण आहुति होगी और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। पुरानी गुड़ मंडी स्थित वैश्य कन्या स्कूल के हाल में श्रीमद् भागवत का सुन्दर चित्रण कर रहे कथाव्यास आचार्य सुनील कृष्ण महाराज द्वारा कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए पंडाल में उपस्थित श्रोताओं को भाव-विभोर किया। आचार्य ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता करो, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी करो। सच्चा मित्र वही है, जो अपने मित्र की परेशानी को समझे और बिना बताए ही मदद कर दे। आजकल स्वार्थ की मित्रता रह गई है। जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता है, तब तक मित्रता रहती है। जब स्वार्थ पूरा हो जाता है, मित्रता खत्म हो जाती है।