मनी लाॅड्रिंग का भय दिखा ट्राई अधिकारी बन व्यापारी से ठगे 1 करोड़ 29 लाख
शाहाबाद मारकंडा, 13 जनवरी (निस)
ठगों ने ट्राई अधिकारी बन मनी लाॅड्रिंग का भय दिखाकर शाहाबाद के एक व्यवसायी से 1 करोड़ 29 लाख 42 हजार 870 रुपए की धोखाधड़ी की है। आरोपियों ने व्यवसायी को 36 घंटे डिजिटल अरैस्ट करके वीडियो काल से व्यवसायी पर नजर रखी और जब व्यवसायी ने अपने परिवार से बात की तो उन्हें पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हो गया है तो आरोपियों ने वीडियो काल भी काट दी।
पुलिस को दी शिकायत में शाहाबाद निवासी सुशील कुमार गर्ग ने कहा कि शाहाबाद में उसका राइस मिल है और आढ़त की दुकान है। 7 जनवरी को वह सायं के समय अपनी आढ़त की दुकान पर बैठा था तो उसके पास एक अनजान नंबर से फोन आया जिसमें सामने वाले ने अपने आप को ट्राई अधिकारी बताया और कहा कि आपका फोन 2 घंटे बाद बंद हो जाएगा, क्योंकि आपका फोन मनी लाॅड्रिंग में लिप्त पाया गया है। अगर ज्यादा जानकारी चाहते हैं तो अपने फोन में 9 नंबर दबाएं। जैसे ही शिकायतकर्ता ने अपने फोन से 9 नंबर दबाया तो सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह इनवेस्टिगेशन अधिकारी सीबीआई मुंबई से बोल रहा है और शिकायतकर्ता के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन मुंबई में एक मनी लांडरिंग का मामला दर्ज है। अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता के नाम और आधार कार्ड से मुंबई मलाड में केनरा बैंक में खाता खुला है और उसके अंदर अवैध ट्रांजेक्शन हुई है। नरेश गोयल जेट एयरवेज के व्यक्ति ने पब्लिक से पैसा अपने एजेंटों के माध्यम से जुटाकर 540 करोड़ का फ्रॉड किया है और मुुंबई के केनरा बैंक में उसके खाते में 2 करोड़ रुपए आए हैं। वह शिकायतकर्ता को गिरफ्तार करके सुप्रीम कोर्ट में पेश कर 2 घंटे में लोकल पुलिस भेजकर अरेस्ट करवाकर उसे जेल में डाल देगा। शिकायत में कहा गया कि आरोपी ने इस बात बारे किसी को भी बताने से मना कर दिया और कहा कि यह नेशनल सीक्रेट है और ब्रीच करने पर 5 साल की सजा है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने उसे घर के अलग कमरे में जाने के लिए कहा तो वह घर के एक कमरे में चला गया, जहां पर वीडियो काल आई और आरोपी ने कहा कि अगर जेल नहीं जाना चाहते तो उसे रिक्वैस्ट लैटर लिखना पड़ेगा जो कि चीफ जस्टिस इंडिया के नाम और दूसरा चीफ आईओ सीबीआई के नाम। शिकायतकर्ता ने दोनों पत्र लिखकर आरोपियों को वाट्सएप कर दिए। शिकायतकर्ता ने उनके कहने पर सारी प्रापर्टी की डिटेल, बैंक खातों की डिटेल उन्हें दे दी। आरोपियों ने कहा कि शिकायतकर्ता को अगले दिन सुबह 9 बजे सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअली पेश होना है और अपना आधार कार्ड व सफेद ड्रेस में पेश होना है क्योंकि आरोपियों ने किसी से भी बात न करने के निर्देश दिए थे, इसलिए आरोपियों ने पूरी रात उस पर वीडियो काल के जरिए नजर रखी।
शिकायत में कहा गया कि आरोपियों के कहने अनुसार 55 लाख 42 हजार 870 रुपए व 74 लाख रुपए वैरिफाई करवाने के लिए डाल दिए। आरोपियों ने कहा कि यह पैसे वैरिफाई करके 2 दिन के अंदर आपके खाते में वापस आ जाएंगे और कहा कि शिकायतकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना की है, इसलिए अगले दिन आपको बेल मिल जाएगी। इसके बाद आरेापियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की कापी उनके वाट्सएप पर भेजी और कहा कि अगर यह फंड जमा नहीं करवाओगे तो अभी गिरफ्तार हो जाओगे। शिकायतकर्ता ने पैसे देने से मना कर दिया तो आरोपियों ने ईडी से अरैस्ट वारंट जारी करवाकर उसे वाट्सएप कर दिए। इस पर शिकायतकर्ता ने सारी बात अपने परिजनों को बताई तो उसे पता चला कि यह सब धोखाधड़ी चल रही है और आरोपियों ने सारे मैसेज डिलीट कर दिए और वीडियो काल भी काट दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।