कांग्रेस को झटका, कै. अजय यादव ने छोड़ी पार्टी, खड़गे को भेजा त्यागपत्र
रेवाड़ी, 17 अक्तूबर (हप्र)
हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कै. अजय सिंह यादव ने बृहस्पतिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर साझा किए अपने त्याग पत्र को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी व राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा है- मैं कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय चेयरमैन पद से व प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रहा हूं। यह त्याग पत्र कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया गया है। इसके बाद उन्होंने एक्स पर पुन: लिखा, -उनके लिये कांग्रेस से त्याग पत्र देना कठिन निर्णय है। उनके परिवार का 70 साल से कांग्रेस से रिश्ता था। उनके पिता स्व० राव अभय सिंह 1952 में कांग्रेस के विधायक चुने गए थे। लेकिन पार्टी हाईकमान के व्यवहार से मायूस होकर वे इस्तीफा दे रहे हैं।
कै. अजय सिंह की कांग्रेस के चंद वरिष्ठ नेताओं में गिनती होती थी। उनकी सोनिया गांधी व राहुल गांधी से नजदीकियां रहीं। लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद से ही वे पार्टी के नेताओं के प्रति तल्ख बयान दे रहे थे।
कांग्रेस पार्टी से उनके परिवार का दशकों से रिश्ता रहा है। उनके पिता स्व० राव अभय सिंह जहां 3 बार विधायक रहे, वहीं वे स्वयं लगातार 6 बार विधायक व कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। उनका बेटा चिरंजीव राव भी अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ा रहे थे और 2019 के चुनावों में रेवाड़ी हलके से उन्होंने पहला चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी को पटखनी देकर विधानसभा पहुंचे थे।
विधानसभा चुनावों में टिकट वितरण में गड़बड़ी व पार्टी नेताओं द्वारा कथित उपेक्षापूर्ण व्यवहार करने से कैप्टन अजय क्षुब्ध थे। कई बार उनके पार्टी नेतृत्व से खफा होने के बाद यह चर्चाएं चलती थी कि वे पार्टी छोड़ सकते हैं। उन्होंने सदैव इन अटकलों को न केवल खारिज किया, बल्कि कांग्रेस के साथ खड़े रहे। उनका त्यागपत्र पार्टी के लिए बड़ा झटका इसलिये भी माना जा रहा है कि समूचे दक्षिणी हरियाणा में वही एक मात्र पार्टी के सबसे सीनियर लीडर थे।
मैं पार्टी में ही रहूंगा : चिरंजीव राव
कै. अजय यादव द्वारा पार्टी छोड़ने के बाद रेवाड़ी के पूर्व विधायक, उनके बेटे एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव ने कहा कि वे कांग्रेस पार्टी में ही हैं और बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे कभी भी पार्टी छोड़ने का ऐसा विचार मन में नहीं ला सकते। उन्होंने अपने पिता कै. अजय सिंह यादव को भी समझाया कि जल्दबाजी में फैसला न लें, उन्हें पार्टी के साथ बने रहना चाहिए। लेकिन उनके दिल में क्या चल रहा था, इसके बारे में वे कुछ नहीं कह सकते।