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शिमला-कालका ट्रेन 6 तक स्थगित

07:07 AM Jul 19, 2023 IST

शिमला, 18 जुलाई (निस)
हिमाचल प्रदेश में मानसून लगातार सक्रिय बना हुआ है और राज्य के अधिकांश हिस्सों में वर्षा हो रही है जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 647 सड़कें अभी भी बंद है जबकि 1155 बिजली के ट्रांसफार्मर और 543 पेयजल योजनाएं भी बंद है। भारी वर्षा और भूस्खलन के चलते कालका-शिमला धरोहर रेल लाईन पर भूस्खलन, पेड़ और पत्थर गिरने की घटनाओं के चलते रेलवे ने 6 अगस्त तक स्थगित कर दिया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार सोलन और कालका के बीच रेल ट्रैक पर जगह-जगह भूस्खलन, पेड़ और पत्थर गिरने तथा जमीन धंसने की घटनाओं के दृष्टिगत ये निर्णय लिया गया है। सोलन से शिमला तक की रेलवे लाईन को रेल गाडि़यों के संचालन के लिए दुरूस्त किया गया है लेकिन इसके आगे हालात ठीक नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि सोलन से धर्मपुर के बीच कई पेड़ रेलवे लाईन पर गिरे हैं जबकि कोटी और सोलन के बीच दो जगह भूस्खलन हुआ है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार कुछ स्थानों पर रेल लाईन को व्यापक नुकसान हुआ है और रेल सेवा बहाल करने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं। अधिकारियों के अनुसार 6 अगस्त को रेल लाईन का निरीक्षण किया जाएगा और इसके बाद रेल गाडि़यों के संचालन को बहाल करने का निर्णय लिया जाएगा। उधर, सिरमौर जिला में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी वर्षा के चलते यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। नाहन डिपो की आधा दर्जन से अधिक बसें अभी भी बंद पड़े रूटों पर फंसी है। जिले में दर्जनों संपर्क मार्ग अभी भी बंद है। इसके चलते परिवहन निगम को हर रोज तीन से चार लाख रूपए का घाटा हो रहा है। मंडी व पंडोह के बीच 6 मील नामक स्थान पर लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते मंडी-मनाली सड़क को दो दिनों के लिए बंद कर दिया है। एडीएम मंडी अश्वनी कुमार ने कहा कि सभी छोटे वाहनों को गोहर-चैल चैक और कटौला होकर कुल्लू भेजा जा रहा है। मंडी जिला में अभी भी 61 सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हैं।
भेड़पालकों का रेस्क्यू शुरू
जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के चंद्रताल, बातल और छतड़ू में फंसे 60 से 70 भेड़ पालकों के रेस्क्यू और उन्हें आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने के लिए लाहौल स्पिति जिला प्रशासन ने एक टीम रवाना कर दी है। ये टीम आज सुबह पांच बजे कोकसर से बातल-चंद्रताल की ओर रवाना हुई और 40 किलोमीटर के क्षेत्र में रेस्क्यू आपरेशन चलाएगी। इस दौरान ये टीम उन क्षेत्रों में फंसे भेड़ पालकों के डेरों में आवश्यक भोजन सामग्री और दवाईयां पहुंचाएगी। उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि इस टीम में 20 सदस्य शामिल है।

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