जीवन के व्यापक अनुभवाें की साझेदारी
शूलिनी यूनिवर्सिटी, सोलन के चांसलर के रूप में कार्यरत शिक्षक और बायोटेक्नोलाॅजी और मैनेजमेंट साइंस के क्षेत्र में दूरदर्शी प्रो. प्रेम कुमार खोसला ने अपनी पुस्तक ‘एटी-फोर मेमॉयर्स’ में अपने विशिष्ट करिअर और व्यक्तिगत यात्रा से अंतर्दृष्टि की एक समृद्ध कथा बुनी है। यह पुस्तक शिक्षा और कर्म के माध्यम से अर्जित ज्ञान के सार को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास है। यह संकलन प्रो. खोसला के जीवन का प्रतिबिंब नहीं है, बल्कि उनकी दशकों की यात्रा के अनुभवों और अंतर्दृष्टि के माध्यम से रची गई कृति है। पुस्तक पाठकों को विचारोत्तेजक सामग्री से जुड़ने का अवसर है। रचना जीवन के बहुमुखी अनुभवों पर एक अनूठा दृष्टिकोण पेश करती है।
प्रो. खोसला के शब्दों में ‘जैसे-जैसे मैं इन संस्मरणों को लिखने की प्रक्रिया से गुजरा, मैंने खुद को विशाल परिदृश्य, पुरालेख और समकालीन के मध्य विचरण करते महसूस किया। इन संस्मरणों को संकलित करने का कार्य मेरे जीवन के ज्ञान का सार उन लोगों के साथ साझा करने का प्रयास है जो हमारे अस्तित्व को आकार देने वाले गहरे अर्थों और अनुभवों पर विचार करना चाहते हैं।’
कुल 84 विविध विषयों पर आधारित, संस्मरण वर्तमान मुद्दों, पिछले अनुभवों और जीवन की सूक्ष्म बारीकियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जिन पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता है। उन्होंने बताया कि ‘एटी-फोर मेमॉयर्स’ एक कथा है जो जीवन के अनुभवों की जटिलता और उसकी सच्चाइयों की सरलता को उजागर करती है। यह किताब से कहीं अधिक उन लोगों के लिए एक गुरु, एक मित्र और एक मार्गदर्शक है जो ज्ञान की समृद्धि में हिस्सेदारी चाहते हैं।