पंचकूला में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद 19 को करेंगे गो ध्वज की स्थापना
पंचकूला, 29 सितंबर (हप्र)
पंचकूला में गो ध्वज को स्थापित कर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद पहुंचेंगे। इसके लिए गो प्रतिष्ठा आंदोलन-गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा 22 सितंबर से 26 अक्तूबर तक चलायी जा रही है।
यात्रा के सह-संयोजक गोभक्त विकास पाटनी तथा उनके साथ अखिलेश ब्रह्मचारी, प्रदेश यात्रा संयोजक जय किशन शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सनातन धर्म में वेद, उपनिषद, पुराणों सहित समस्त धर्मशास्त्रों में गाय की महिमा कही गई है। गाय को पशु नहीं, अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है। यही सनातनधर्मी हिन्दुओं की पवित्र भावना है, आस्था है। इसी धार्मिक आस्था के लिए संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केंद्रीय सूची में प्रतिष्ठित कर गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने तथा गौहत्यामुक्त भारत बनाने के लिए सम्पूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है।
ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के निर्देशन एवं नेतृत्व में सम्पूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के अन्तर्गत गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा 22 सितंबर से 26 अक्तूबर तक हो रही है जो भारत के समस्त प्रदेशों की राजधानियों तक जाएगी तथा वहां एक गो ध्वज की स्थापना की जाएगी। पंचकूला में जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद 19 अक्तूबर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक गो ध्वज की स्थापना, गो महासभा को संबोधित करेंगे। इसके उपरांत वह अग्रिम यात्रा के लिए चंडीगढ़ प्रस्थान करेंगे।