Panchang 29 March 2025: शनिश्चरी अमावस्या आज, शनिदेव की पूजा से होगा साढ़ेसाती का प्रभाव कम
चंडीगढ़, 29 मार्च (ट्रिन्यू)
Shani Amavasya : आज शनिश्चरी अमावस्या है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित मानी जाती है। इस दिन स्नान, तर्पण और पिंडदान करने से पितर प्रसन्न होते हैं। जब अमावस्या शनिवार को पड़े, तो इसे शनि अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन शनिदेव की पूजा से शनि दोष, ढैय्या और साढ़ेसाती के प्रभाव कम होते हैं।
इस दिन सरसों का तेल अर्पित करें, शनि मंत्र का जप करें और काले तिल, उड़द, लोहे व तेल का दान करें। इससे शनिदेव प्रसन्न होकर कष्टों को दूर करते हैं और सुख-शांति प्रदान करते हैं। शनि अमावस्या का व्रत करने से व्यक्ति को शनि से जुड़ी परेशानियों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सकारात्मकता आती है।
Panchang 29 March 2025: राष्ट्रीय मिति चैत्र 08, शक संवत 1946
विक्रम संवत 2081
अंग्रेजी तारीख 29 मार्च 2025
सौर मास चैत्र मास प्रविष्टे 16
ऋतु बसंत ऋतु
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल
तिथि अमावस्या सायं 04:28 तक उपरांत प्रतिपदा आरंभ
वार शनिवार
नक्षत्र उत्तराभाद्रपद सायं 07:27 तक उपरांत रेवती आरंभ
योग ब्रह्म योग रात्रि 10:03 तक उपरांत ऐन्द्र योग आरंभ
करण नाग सायं 04:28 तक उपरांत बव करण आरंभ
राहुकाल प्रातः 09:00 से 10:30 तक
विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:19 तक
निशिथ काल रात्रि 12:02 से 12:49 तक
गोधूलि बेला सायं 06:36 से 06:59 तक
चंद्र स्थिति मीन राशि में संचार
विशेष तिथि चैत्र अमावस्या, शनिचरी अमावस्या
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।