आत्मनिर्भर भारत की मिसाल बनी शाहाबाद सहकारी चीनी मिल
रणजीत गुप्ता/निस
शाहाबाद मारकंडा, 9 अगस्त
गन्ने से चीनी बनाने में 10.44 प्रतिशत रिकवरी के साथ शाहाबाद सहकारी चीनी मिल पूरे प्रदेश की सभी 10 सहकारी चीनी मिलों में नंबर-1 रही। चीनी मिलों में सबसे ज्यादा चर्चा का मुद्दा गन्ना मूल्य का किसानों को भुगतान रहता है और हरियाणा प्रदेश की गौरव शाहाबाद सहकारी चीनी मिल की बड़ी उपलब्धि है कि इसने किसानों का 100 प्रतिशत गन्ना मूल्य 277.50 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है। इथनॉल प्लांट को भी अधिक लाभप्रद व उपयोगी बनाने के लिए सुनियोजित प्रयास तेजी से जारी हैं। बाढ़ के दौरान इसी मास आरंभ में मिल ने अपने किसान सेवा केंद्र में बाढ़ रिलीफ कैंप लगाया। इसमें पलंग, गद्दे लगाए गए तथा बाढ़ प्रभावितों को यहां आश्रय देने वालों को रहने व बिजली की सुविधा के साथ-साथ तीनों टाइम चाय, नाश्ता, पीने का पानी उपलब्ध करवाया गया। मिल में गुड़-शक्कर जैगरी प्लांट की स्थापना भी विचाराधीन है। अगर यह चालू हुआ तो हरियाणा में अपनी प्रकार का चौथा ऐसा प्लांट होगा।
मिल अब तक 29 राष्ट्रीय अवार्ड जीत चुकी है।