एसजीपीसी ने शुरू की लंगर सेवा
विजय शर्मा/हप्र
करनाल, 9 सितंबर
हरियाणा और पंजाब के नेताओं में शुरू हुई तकरार के बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सेवादारों ने करनाल पहुंचकर लंगर सेवा शुरू कर दी है। सचिवालय के सामने डटे किसान मोर्चे पर लंबे समय तक के लिए पुख्ता बंदोबस्त कर रहे हैं।
इस बीच, अकाली दल के नेता सुखबीर बादल द्वारा करनाल की लंगर सेवा को लेकर दिए बयान के बाद भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सुखबीर बादल का यह कहना गलत है कि मैंने उन्हें फोन करके लंगर के लिए मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा शुरू किए मिशन पंजाब से घबराकर बादल औछी राजनीति पर उतर आये हैं और यह साबित करना चाहते हैं कि वह किसानों के कितने बड़े मददगार हैं। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारों से लंगर सेवा सदियों से होती आई है और चलती रहेगी। करनाल पहुंचे एसजीपीसी के सेवादारों ने कहा कि किसानों के लिए लंगर सेवा दिल्ली सीमा पर 9 महीने से चल रहा है और करनाल में भी जब तक धरना रहेगा, सेवा चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मान लेती, करनाल में लड़ाई जारी रहेगी।
वहीं, किसानों के लिए शुरू हुए लंगर प्रबंध का जायजा लेने एवं किसानों से बातचीत करने के लिए एसजीपीसी का दल करनाल पहुंचा। दल में एसजीपीसी के एडिशनल सेक्रेटरी परमजीत सरोहा, सुखदेव भूरा और उपसचिव कुलविंदर रामदास मौजूद रहे।
फिर बंद किया इंटरनेट
बुधवार देर रात करनाल में शुरू हुई इंटरनेट सेवा को सरकार ने सुबह फिर बंद करवा दिया। किसानों ने कहा कि सरकार के इरादे ठीक नही हैं, इसलिए इंटरनेट सेवा को बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के पास वाई-फाई हैं और उनके संदेश आ जा रहे हैं, इसीलिए रोज कई प्रदेशों के किसान करनाल धरने पर आ रहे हैं। इंटरनेट सेवा बहाल न होने से करनाल के लोग भी परेशान है। बच्चों की आनलाइन पढ़ाई बाधित हो रही है। बैंक के कामकाज नहीं हो पा रहे।
रात को ही लगे टेंट
बृहस्पतिवार रात किसानों और प्रशासन की ओ से सचिवालय के सामने प्रबंध किये जाते रहे। किसान समर्थक सिख संगठनों ने टेंट लगाने का अभियान जारी रखते हुए वायरिंग और पंखे लगाने का काम किया और आज दिनभर लोहे के स्ट्रैक्चर के सहारे कई टेंट लगाये। जिला प्रशासन ने आधी रात को सचिवालय की दीवार से लगे पेड़ों की टहनियों को कटवाया। ऐसा सुरक्षा की दृष्टि से किया गया।
सड़क पर ही सो जाते हैं
करनाल में दिनभर आमने-सामने डटे रहने के बाद रात को किसान और जवान सड़क पर बिछे मैट पर ही सो जाते हैं। किसान सेवादारों ने समाजसेवियों के भेजे सेब जवानों में बांटे। धरने पर लंगर, पानी, खीर का प्रबंध है। पटियाला से आये सेवादारों ने सुबह खीर बनाई।
समाधान निकालने में सहयोग करें किसान :डीसी
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने किसानों से अपील की है कि वे हठधर्मिता छोड़कर बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने में सहयोग करें। उन्होंने देर शाम कहा कि जिला प्रशासन करनाल द्वारा लघु सचिवालय गेट के सामने बैठे किसानों से लगातार बातचीत कर मामले का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। करनाल के तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई के मामले में उपायुक्त ने कहा कि उक्त मामले की जांच मुख्य सचिव के आदेशों द्वारा की जा रही है, उसकी रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि अगर किसान जांच प्रक्रिया में शामिल होना चाहते हैं तो उसका स्वागत किया जाएगा, या किसान इस मामले की जांच किसी अन्य स्तर पर करवाना चाहते हैं तो वह मांग भी मानी जा सकती है।