सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर एसजीपीसी का प्रदर्शन
लुधियाना, 13 अगस्त (निस)
दरबारे पंजाब के नेतृत्व में आज यहां विभिन्न सिख संगठनों नें बंदी सिख कैदियों की रिहाई न होने और वहबल कलां गोली कांड के दोषियों के विरुद्ध कोई कारवाई न होने पर यहां जगरांव पुल चौक में रोष प्रदर्शन और धरना दिया। दरबारे पंजाब को चार संगठनों यूनाइटेड अकाली दल, पीपुल्स राइट्स मूवमेंट, ट्रेड एंड इंडस्ट्री महासंघ और पंजाब बहुजन समाज पार्टी का समर्थन प्राप्त है। इस अवसर पर कट्टरपंथी सिख संगठनों के नेताओं ने केंद्रीय व पंजाब सरकार से सजा भुगतने के बावजूद जेलों में बंद सिखों को रिहा किया जाए, बहबल-कोटकपुरा गोलीकांड और ईशनिंदा के आरोपियों के लिए विशेष अदालतें और पुलिस के पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप की रिपोर्ट के आधार पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। उनमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल भी शामिल हैं। पाकिस्तान के साथ खुले व्यापार संबंध, विकलांगता, विधवा, वृद्धावस्था पेंशन कम से कम 3000 रुपये प्रति माह, मनरेगा को किसानों को 500 रुपये के पारिश्रमिक से जोड़ना, अंतरराज्यीय कानूनों के अनुसार स्वच्छ पानी और नदी के पानी का वितरण की मांगें की। इस मौके पर दिलीप सिंह चक्र, हरचंद सिंह चक्र, रूपिंदर सिंह तलवंडी, सतनाम सिंह बलियान, तरुण जैन बावा, अमृतपाल सिंह, कैप्टन कुलवंत सिंह, बागा सिंह फिरोजपार, जसविंदर सिंह इसरू, बाबा चमकौर सिंह, जसबिंदर सिंह घोलिया, बूटा सिंह रणसिंह, गुरलाल सिंह, हरप्रीत सिंह कोटकपुरा समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे ।
पीएम के नाम ज्ञापन सौंपा
अमृतसर (एजेंसी) : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने सजा की अवधि पूरी कर चुके सिख कैदियों को जेल से रिहा करने की मांग करते हुए शनिवार को प्रदर्शन किया। इस संबंध में उपायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में आज सुबह, बड़ी संख्या में एसजीपीसी के सदस्यों और कर्मचारियों ने स्वर्ण मंदिर के बाहर गोल्डन प्लाजा से एक विरोध मार्च निकाला। एसजीपीसी सचिव कुलविंदर सिंह रामदास ने कहा कि ज्ञापन प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित किया गया है।