ढाका, 1 जून (एजेंसी)बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने रविवार को हसीना सहित तीन लोगों पर पिछले वर्ष छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों को हिंसक रूप से दबाने में उनकी भूमिका के लिए सामूहिक हत्या सहित कई आरोप तय किये। इस कार्यवाही के मायने हैं कि हसीना के खिलाफ उनकी अनुपस्थिति में मुकदमा शुरू किया जाएगा। न्यायाधिकरण ने हसीना और सहआरोपी तत्कालीन गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल के खिलाफ नया गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है। तीसरे आरोपी एवं तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून पहले ही हिरासत में हैं। आईसीटी अधिनियम के तहत यदि आरोपियों को दोषी करार दिया जाता है तो उन्हें मौत की सजा हो सकती है।अभियोजन पक्ष ने हसीना पर विरोध को क्रूरता से दबाने के लिए पूर्ण अधिकार का प्रयोग करने का आरोप लगाया। अन्य दो लोगों पर उकसावे, मिलीभगत, उकसाने, भड़काने और अपराध में सहायता करने का आरोप लगाया गया है। मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने न्यायाधीकरण से आग्रह किया कि शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को एक आपराधिक संगठन माना जाए, क्योंकि अपराध पार्टी के आधार पर किए गए थे।हिंसक आंदोलन के बाद पिछले वर्ष पांच अगस्त को सत्ता से हटीं हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में कई मुकदमे चलाये जा रहे हैं। आईसीटी ने इससे पहले तब हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जब अंतरिम सरकार ने एक राजनयिक नोट में भारत से उन्हें प्रत्यर्पित किये जाने की मांग की थी।कार्यवाही के सीधे प्रसारण से पहले धमाके : बांग्लादेश के इतिहास में पहली बार न्यायाधिकरण की कार्यवाही का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया गया। सुनवाई शुरू होने से कुछ घंटे पहले अज्ञात लोगों ने न्यायाधिकरण के गेट पर तीन देसी बम फेंके। पुलिस ने बताया कि दो बम में धमाके हुए, जबकि तीसरे को निष्क्रिय कर दिया गया।