आर्यन खान को क्लीन चिट देना ही एसईटी का मकसद था : वानखेड़े
मुंबई, 8 जून (एजेंसी)
एनसीबी के मुंबई जोन के पूर्व निदेशक समीर वानखेड़े ने बृहस्पतिवार को बंबई हाईकोर्ट में कहा कि क्रूज से मादक पदार्थ की जब्ती मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ‘क्लीन चिट’ देना और उनके खिलाफ मौजूद सबूतों को दबाना एनसीबी की विशेष जांच टीम (एसईटी) का अंतिम मकसद था। बंबई हाईकोर्ट ने सीबीआई की ओर से दर्ज रिश्वत और उगाही के मामले में वानखेड़े की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक की अवधि बृहस्पतिवार को 23 जून तक के लिए बढ़ा दी। वानखेड़े ने अपने जवाबी हलफनामे में दावा किया कि एसईटी ने ईमानदार अधिकारियों के करियर और चरित्र को नुकसान पहुंचाने के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया और झूठे आरोप लगाए। हलफनामे में यह भी दावा किया गया है कि एसईटी ने कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए भौतिक जानकारी और सबूतों को दबाकर आर्यन खान को क्लीन चिट दी।
वानखेड़े ने रिश्वतखोरी और जबरन वसूली के आरोप में सीबीआई द्वारा उनके खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने के अनुरोध वाली याचिका में जवाबी हलफनामा दाखिल किया।
सीबीआई का आरोप है कि वानखेड़े और 4 अन्य आरोपियों ने कॉर्डेलिया जहाज से मादक पदार्थों की कथित जब्ती मामले में आर्यन खान को आरोपी नहीं बनाने के लिए शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की थी। सीबीआई ने एनसीबी की ओर से की गई लिखित शिकायत के आधार पर वानखेड़े व अन्य के खिलाफ पिछले महीने मामला दर्ज किया था।