संवेदनशील वैज्ञानिक
डॉ. होमी जहांगीर भाभा को भारत के परमाणु कार्यक्रम का शिल्पकार कहा जाता है। उन्हें पेड़-पौधों से प्यार था। एक बार डॉ. भाभा मुंबई के पेडर रोड स्थित अपने आवास के पास से गुजर रहे थे। उन्होंने देखा कि कुछ मजदूर एक हरेभरे पेड़ को काट रहे हैं। डॉ. भाभा ने मजदूरों से पूछा, ‘तुम इसे काट क्यों रहे हो?’ एक मजदूर बोला, ‘साहब, हमें तो कहा गया है कि सड़क चौड़ी करने के लिए इस पेड़ को काटना जरूरी है। इसलिए हम इसे काट रहे हैं।’ मजदूर की बात सुनकर डॉ. भाभा बोले, ‘तुम बस एक घंटा इंतजार करो।’ उन्होंने एक अधिकारी को बुलाकर पूछा कि क्या किसी खड़े वृक्ष को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाकर लगाया जा सकता है। अधिकारी बोला, ‘सर, कोशिश करने पर सफलता मिल सकती है।’ डॉ. भाभा ने उस अधिकारी को तुरंत पेडर रोड भेजकर उस वृक्ष को सावधानीपूर्वक जड़ सहित निकालकर क्रेन की सहायता से अन्यत्र लगवाया। प्रस्तुति : अक्षिता तिवारी