सीनेट चुनाव की मांग को लेकर सीनेटरों, छात्रों का मार्च
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 24 अक्तूबर
पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट के चुनाव कराये जाने की मांग को लेकर आज कई सीनेटरों, छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स ने कुलपति आफिस से लेकर रजिस्ट्रार आफिस तक मार्च निकाला और काफी देर तक प्रशासनिक ब्लॉक का घेराव किया। इसी मांग को लेकर पीयू के छात्र संगठन ‘सत्थ’ द्वारा शुरू किया गया धरना आज चौथे दिन भी जारी रहा। सभी छात्र संगठनों द्वारा संयुक्त तौर पर विरोध कार्यक्रम तैयार किया गया जिसमें तमाम छात्र नेता, सीनेटर और कांग्रेस नेता कुलजीत सिंह नागरा ने अपने विचार रखे। छात्रों ने मार्च निकाल कर सीनेट बहाली की मांग की। यहां गौर करने वाली बात यह है कि छात्रों ने सुबह 11 बजे से ही घेराव कर रखा था, लेकिन दो बजे तक यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई भी उनसे मिलने नहीं आया। कहा जा रहा है कि सीनेट चुनाव न कराने के पीछे केंद्र सरकार की केंद्रीकरण की नीति काम कर रही है। पंजाब यूनिवर्सिटी का केंद्रीकरण कर उसे पंजाब से छीनकर केंद्र के अधीन लेने की बात चल रही है।
छात्रों की बार-बार चेतावनी के बाद करीब दो बजे रजिस्ट्रार मिलने पहुंचे। छात्र संगठन सत्थ के नेता रिमलजोत सिंह ने रजिस्ट्रार से सवाल किया कि 2020 में चांसलर के पास कोरोना महामारी का बहाना था, लेकिन पिछले 10 महीने से चांसलर ने सीनेट चुनाव रोक रखे हैं। कांग्रेस नेता कुलजीत सिंह नागरा ने रजिस्ट्रार से जवाब मांगा कि किसी भी कागज में ऐसा नहीं लिखा है कि सीनेट चुनाव कराने के लिए चांसलर से अनुमति लेनी होगी बल्कि कुलाधिपति को लिखित रूप से ही सूचित करने का प्रावधान है। सीनेटर इंद्रपाल सिंह सिद्धू, विक्की गिल, संदीप सीकरी, रविंद्र सिंह समेत कैंपस के कई सीनेटर और शिक्षकों ने भी जमकर प्रशासन पर गुस्सा निकाला और जल्द से जल्द सीनेट चुनाव कराने की मांग की।