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हरिद्वार में ‘विद्यालयी शिक्षा में परिवर्तन ...’ पर संगोष्ठी संपन्न

07:36 AM Dec 24, 2024 IST
हरिद्वार में ‘विद्यालयी शिक्षा में परिवर्तन    ’ पर संगोष्ठी संपन्न
पतंजलि योगपीठ द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय शैक्षणिक संगोष्ठी में मौजूद स्वामी रामदेव एवं अन्य।
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हरिद्वार, 23 दिसंबर (वि)
प्राचीन भारतीय ज्ञान एवं परंपरा के आधुनिक शिक्षा में समावेशन के उद्देश्य से गठित भारत सरकार द्वारा स्थापित एवं पतंजलि योगपीठ द्वारा प्रायोजित नवीन राष्ट्रीय विद्यालय बोर्ड, भारतीय शिक्षा बोर्ड द्वारा हरिद्वार के पतंजलि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित दो दिवसीय शैक्षणिक संगोष्ठी ‘विद्यालयी शिक्षा में परिवर्तन : नवीन भारत निर्माण हेतु भारतीय मूल्यों का समावेशन’ का समापन हुआ। 14 और 15 दिसंबर को आयोजित इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि को सुसंगत बनाने और पाठ्यक्रम में आधुनिक शैक्षणिक पद्धतियों के समावेशन हेतु अभिनव तरीकों पर संवाद करने के लिए अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों और संगठनों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
संगोष्ठी में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान, भारतीय शिक्षण मंडल, ईशा योग फाउंडेशन, रामकृष्ण मिशन शैक्षिक और शोध संस्थान, अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन, चिन्ना जीयर स्वामी संगठन, स्वामीनारायण गुरुकुल संस्थान, विवेकानंद केंद्र, श्री अरबिंदो सोसाइटी, भिक्खु संघ सेना, जैन एजुकेशन ट्रस्ट, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा और कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा भविष्योंन्मुखी शैक्षणिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया। यह संगोष्ठी समग्र शिक्षा, अनुभवात्मक शिक्षा और पारंपरिक भारतीय ज्ञान को समकालीन शैक्षणिक तकनीकों में एकीकृत करने हेतु विचारों के आदान-प्रदान का एक मंच था।
संगोष्ठी का उद्घाटन स्वामी रामदेव जी ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को युवा पीढ़ी में भारतीय मूल्यों और दृष्टिकोणों के समावेशन के साथ उन्हें वैश्विक नेतृत्व में बदलने हेतु स्वदेशी शिक्षा प्रणाली के नवीन आंदोलन में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया। एक सत्र में आचार्य बालकृष्ण ने प्रतिभागियों को उनके विद्यालय प्रणाली में सांस्कृतिक लोकाचार को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए बधाई दी। भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष, डॉ. एन पी सिंह ने भी अपने विचार रखे।

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