बीएमयू में जैव विविधता विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन
रोहतक 9 सितंबर (हप्र)
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय (बीएमयू) की पर्यावरण-जैव विविधता क्लब, वनस्पति विज्ञान विभाग एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान संकाय ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन कक्ष के सहयोग से “जैव विविधता का संरक्षण और बौद्धिक संपदा अधिकारों की जागरूकता बढ़ाने” पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. मनोज कुमार विभाग प्रमुख, वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा प्रतिकुलाधिपति डॉ अंजना राव, एवं कुलपति डॉ आरएस यादव मार्गदर्शन में की गई। मुख्य प्रवक्ता के तौर पर डॉ नीलू सूद ने विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए कहा कि जैव विविधता पृथ्वी पर जीवन की विविधता है, जिसमें पौधों, जानवरों और सूक्ष्मजीवों की विविधता शामिल है। आईपीआर कानूनी अधिकार हैं जो नए उत्पादों, प्रक्रियाओं और डिजाइन जैसे आविष्कारों की रक्षा करते हैं। डॉ. सूद ने जैव विविधता के संरक्षण की आवश्यकता के साथ आईपीआर की रक्षा की आवश्यकता को संतुलित करने की चुनौतियों पर भी चर्चा की। डॉ. सूद ने आईपीआर और जैव विविधता संरक्षण पर चर्चा करने के लिए छात्रों और संकाय से भी मुलाकात की। इस मौके पर डॉ रवि कुमार राणा डीन विज्ञान विभाग, डॉ. चंचल मल्होत्रा कार्यवाहक विभाग प्रमुख, वनस्पति विज्ञान विभाग, डॉ. कृपा राम, डॉ. सीमा कुमारी, डॉ. नेहा वर्मा, डॉ. इशू खगनवाल, डॉ. अन्नू एवं विज्ञान विभाग के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।