कुरुक्षेत्र की सुरक्षा रामभरोसे, 150 से ज्यादा कैमरे बंद
पंकज अरोड़ा/निस
पिपली (कुरुक्षेत्र), 15 अप्रैल
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की सुरक्षा रामभरोसे चल रही है। ऐसा हम इस लिए बोल रहे हैं क्योंकि कुरुक्षेत्र के 150 से ज्यादा कैमरे बंद पड़े हैं। हैरतअंगेज बात यह है कि ये कैमरे पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से सुचारु रूप से नहीं चल रहे। बता दें कि कुरुक्षेत्र में अलग-अलग चौक चौराहों पर 207 कैमरे लगे हुए हैं, जिनमें से कंट्रोल रूम में 34 कैमरे चल रहे हैं, बाकी कैमरे बंद पड़े हैं। इसकी पुष्टि कंट्रोल रूम के इंचार्ज विक्रम विरेंद्र ने की है।
उन्होंने बताया कि कुछ तकनीकी कारणों की वजह से कैमरे बंद पड़े हैं, जोकि बहुत जल्द शुरू हो जाएंगे। कुरुक्षेत्र में विभिन्न चौक-चौराहों पर लगे कैमरों की देखरेख फैलकॉन आईटी सॉल्यूशन के पास है, जिसका टैंडर 2022 में खत्म हो चुका है। यही नहीं सरकारी फाइलों में इनके पैसे आज भी बकाया खड़े हैं। हैरतअंगेज बात तो यह है कि 2022 से टैंडर खत्म है और जिम्मेदार अधिकारी अभी तक खामोश हैं। यह टैंडर कब होगा, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है।
जब फैलकॉन आईटी सॉल्यूशन के पार्टनर प्रदीप से बात की तो उन्होंने बताया कि उपायुक्त के मुंह जुबानी आदेश से उन्होंने दोबारा से कैमरों की रिपेयरिंग का काम शुरू किया है, लेकिन उन्हें यह डर भी है कि उनके पास लिखित में कुछ नहीं है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 60 कैमरे चल रहे हैं, लेकिन कंट्रोल रूम में 34 ही शो हो रहे हैं क्योंकि कहीं पर इंटरनेट का इशू है तो कहीं पर बिजली की समस्या है। प्रदीप ने पुष्टि की है कि 2022 में उनका टैंडर खत्म हो चुका है, लेकिन नया टैंडर नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि आज भी विभाग से उन्होंने पैसे बकाया लेने हैं। कंट्रोल रूम के इंचार्ज ने भी पुष्टि की है कि नया टैंडर अभी नहीं हुआ, जो जल्द ही हो जाएगा।
क्या कहना है विधायक का
थानेसर के विधायक एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि यह सरकार की नाकामयाबी है कि सीएम के शहर में 150 से ज्यादा कैमरे बंद पड़े हैं। आए दिन चोरी, लूट की वारदातें हो रही हैं। इन घटनाओं से भी कोई सबक नहीं लिया जा रहा। यह भी बहुत शर्मनाक बात है कि 2022 से कैमरों के टैंडर ही नहीं हुए। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में यह मुद्दा रखा जाएगा।