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Jammu-Kashmir voting: जम्मू-कश्मीर में अब तक 46.12% मतदान, कई देशों के राजदूतों ने किया दौरा

02:33 PM Sep 25, 2024 IST
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए बुधवार को कटरा में मतदाता वोट डालने के लिए कतारों में इंतजार कर रहे हैं। एएनआई फोटो

श्रीनगर, 25 सितंबर (भाषा)

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Jammu-Kashmir voting: अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को 26 निर्वाचन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मतदाता मतदान करने पहुंचे और विदेशी राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इसका निरीक्षण किया।  अधिकारियों ने बताया कि मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ।

आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से मतदान में जल्द ही तेजी आयी और पहले चार घंटों में करीब एक चौथाई मतदाताओं ने वोट डाला। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।  निर्वाचन आयोग के अनुसार जम्मू कश्मीर में दोपहर 3 बजे तक 46.12 प्रतिशत मतदान हुआ। जम्मू की गुलाबगढ़ (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) सीट पर सबसे अधिक 35.72 प्रतिशत मतदान हुआ,  कश्मीर घाटी में 15 विधानसभा क्षेत्रों में से कंगन (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) सीट पर सबसे अधिक 30.94 प्रतिशत मतदान हुआ।

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विदेशी राजनयिकों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया देखने के लिए मतदान केंद्र के दौरे के दौरान मतदान अधिकारियों के साथ बातचीत करता है। एएनआई फोटो

इसके बाद चरार-ए-शरीफ में 28.85 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला। खानसाहिब सीट पर 27 फीसदी वोट पड़े। कई स्थानों पर उत्साह से भरे मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गयीं। ये लोग अपनी बारी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं समेत मतदाताओं ने मतदान के बाद स्याही लगी अंगुली गर्व से दिखायी। यह मतदान आतंकवादियों के बहिष्कार के आह्वान एवं धमकी के बीच हो रहा है।

मतदान केन्द्रों पर माहौल उत्साहपूर्ण था। लोगों का उत्साह साफ झलक रहा था। पहली बार मतदान करने वाले, शतायु हो चुके तथा दिव्यांग लोगों ने लोकतंत्र के प्रति अपना जज्बा दिखाया। दूसरे चरण में जिन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, वे छह जिलों में हैं। इनमें से तीन जिले घाटी के और तीन जम्मू संभाग के हैं।

श्रीनगर में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान एक मतदान केंद्र पर मतदान करने के लिए कतार में खड़े लोग। रॉयटर्स

विदेश मंत्रालय ने नयी दिल्ली स्थित विभिन्न देशों के दूतावासों से 16 विदेशी प्रतिनिधियों को इस चुनाव का निरीक्षण करने के लिए आमंत्रित किया है। प्रतिनिधिमंडल घाटी में पहुंचने के तुरंत बाद बडगाम और श्रीनगर में मतदान केंद्रों पर गया। उसे संबंधित उपायुक्तों ने मतदान प्रक्रिया के बारे में बताया। हालांकि जम्मू कश्मीर के क्षेत्रीय दल नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने विदेशी प्रतिनिधिमंडल की आलोचना की और केंद्र को भी निशाने पर लिया।

पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव भारत का अंदरूनी मामला है। अब्दुल्ला ने यहां पत्रकारों से कहा, 'मुझे नहीं पता कि विदेशियों को यहां चुनाव की जांच करने के लिए क्यों बुलाया जाना चाहिए? जब दूसरे देशों की सरकारें इस पर टिप्पणी करती हैं तो भारत सरकार कहती है कि 'यह भारत का अंदरूनी मामला है'' और अब अचानक वे चाहते हैं कि विदेशी पर्यवेक्षक यहां आएं और हमारे चुनावों को देखें।'' उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 'हमारे लिए आंतरिक मामला है'' और 'हमें उनके प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है''।

नेकां नेता ने कहा कि अगर भारत जम्मू-कश्मीर पर दूसरे देशों के हस्तक्षेप या टिप्पणियों को नहीं चाहता है, तो 'उन्हें यहां क्यों आमंत्रित किया गया है?'  उन्होंने चुनाव कवरेज के लिए विदेशी पत्रकारों को अनुमति नहीं देने पर सरकार पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'यदि विदेशी राजनयिकों को यहां बुलाया जा सकता है, तो फिर विदेशी पत्रकारों को क्यों नहीं अनुमति दी गयी? चुनाव कवर करने के लिए आवेदन करने वाले किसी भी विदेशी पत्रकार को अनुमति नहीं दी गई। लेकिन, इन राजनयिकों को पर्यटकों की तरह ‘गाइडेड टूर' कराया जा रहा है, जो अच्छी बात नहीं है।'

दूसरे चरण के मतदान में 239 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला होगा जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं। उमर अब्दुल्ला दो सीटों - बडगाम और गांदेरबल से चुनाव लड़ रहे हैं। अब्दुल्ला के अलावा इस चरण में मतदाता जिन प्रमुख उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे, उनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना शामिल हैं।

कर्रा सेंट्रल शाल्टेंग से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि रैना राजौरी जिले के नौशेरा का प्रतिनिधित्व फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। वह वहां 2014 में विजयी हुए थे।  इस चरण में श्रीनगर जिले में 93 उम्मीदवार, बडगाम जिले में 46, राजौरी जिले में 34, पुंछ जिले में 25, गांदेरबल में 21 और रियासी जिले में 20 उम्मीदवार मैदान में हैं। अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने इस चरण में 3,502 मतदान केंद्र बनाए हैं। इनमें से 1,056 शहरी क्षेत्र में जबकि 2,446 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में स्थापित किए गए हैं।

आतंकवाद, परिवारवाद व भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए वोट करें जम्मू-कश्मीर के मतदाता: शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में बुधवार को दूसरे चरण के तहत हो रहे विधानसभा चुनाव में केंद्र शासित प्रेदश के लोगों से आतंकवाद, परिवारवाद व भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए भारी संख्या में मतदान की अपील की। शाह ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'जम्मू-कश्मीर के दूसरे चरण में मतदान के लिए जा रहे सभी मतदाताओं से आतंकवाद मुक्त व विकसित जम्मू-कश्मीर के निर्माण के लिए अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील करता हूं।'

उन्होंने कहा, 'एक ऐसी सरकार के लिए रिकॉर्ड मतदान करें, जो जम्मू-कश्मीर के युवाओं के स्वर्णिम भविष्य, वंचितों व महिलाओं के अधिकार व यहां के विकास के लिए कटिबद्ध होकर कार्य करे। आज लोकतंत्र को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद, परिवारवाद व भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के लिए वोट करें।'

खड़गे ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से सकारात्मक बदलाव के लिए वोट की अपील की

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत हो रहे मतदान में लोगों से सकारात्मक बदलाव के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने का आह्वान किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि मतदाता जब ईवीएम पर वोटिंग का बटन दबाएं तो ये जरूर सोचें कि उनका एक दशक विश्वासघात में कैसे बर्बाद हो गया। खड़गे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, 'जम्मू-कश्मीर बदलाव के मुहाने पर है।  आज, जबकि 26 सीटों के लिए दूसरे चरण का मतदान हो रहा है, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए बड़ी संख्या में बाहर आने का आह्वान करता हूं।'

उन्होंने कहा, 'जब आप ईवीएम पर वोटिंग का बटन दबाएं तो ये जरूर सोचें कि आपका एक दशक विश्वासघात में कैसे बर्बाद हो गया। इतिहास में पहली बार किसी राज्य को ‘डाउनग्रेड' कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।' उन्होंने दावा किया कि इस केंद्र शासित प्रदेश में व्यापक बेरोजगारी और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है, भूमि अधिकार और सामाजिक न्याय के मुद्दे भी प्रमुख हैं।

खड़गे ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा, 'सकारात्मक बदलाव के लिए वोट आपका भविष्य सुरक्षित करेगा और कल्याण की गारंटी देगा। आपका एक वोट आपके संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करेगा।' उन्होंने कहा, 'मैं पहली बार मतदान कर रहे मतदाताओं का हार्दिक स्वागत करता हूं, जो बेहतर भविष्य की आशा रखते हैं।'

खड़गे के मुताबिक, ये चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है और लोगों को उस बदलाव को लाने के लिए लोकतंत्र की शक्ति का उपयोग करना चाहिए।

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