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भीषण गर्मी से स्कूली बच्चे भी त्रस्त, रेवाड़ी का तापमान पहुंचा 42.6 डिग्री

10:53 AM May 08, 2024 IST
भीषण गर्मी से स्कूली बच्चे भी त्रस्त  रेवाड़ी का तापमान पहुंचा 42 6 डिग्री
बावल में मंगलवार को स्कूल की छुट्टी के बाद अंगोछा ओढ़कर धूप से बचाव करते बच्चे। -हप्र
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रेवाड़ी, 7 मई (हप्र)
मई माह शुरू होते ही सूर्य ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। तेज धूप व लू से रेवाड़ी का तापमान बढ़कर 42.6 डिग्री पर पहुंच गया है।
गर्मी से जहां लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है, वहीं स्कूली बच्चे भी इससे त्रस्त हैं। वैसे तो तेज धूप सुबह से ही चुभने लगती है, लेकिन दोपहर को तो यह आलम होता है कि बाजार व सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है। लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज करने लगे हैं।
तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी से स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। दोपहर को जब स्कूल की छुट्टी होती है तो झुलसा देने वाली तपिश के बीच उन्हें घर पहुंचना पड़ता है। सरकारी व अन्य स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब छात्र अपने साथ अंगोछा (तोलिया) लेकर चलने लगे हैं। छुट्टी के समय अंगोछे को सिर पर तानकर धूप से बचाव करते दिखाई देते हैं। स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां होने में अभी समय बाकी है। यदि वर्षा नहीं हुई तो इन बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

गर्मी के तीखे तेवर : चिलचिलाती धूप में स्कूल से घर पहुंच रहे विद्यार्थी

कनीना (निस) : बैसाख माह में 42 डिग्री तापमान के चलते गर्मी के तीखे तेवरों से आमजन हैरान है वहीं दोपहर की चिलचिलाती धूप में स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी घर पहुंचने पर मजबूर हैं। गर्मी में निजी स्कूलों की बसें भी गर्म हो जाती हैं। जिनमें विद्यार्थी बमुश्किल बैठ पाते हैं। अभिभावकों सुरेंद्र यादव, शौरभ यादव, सुरेश कुमार ने कहा कि प्रत्येक निजी स्कूल की ओर से बसों को पार्क करने के लिए टीन शैड बनाया जाए और बसों को शैड के नीचे पार्क किया जाए जिससे बसें अत्यधिक गर्म न हो सकें। विद्यार्थियों को भी तपती बसों व सीटों का सामना न करना पड़े। उनकी ओर से इस बारे में डीसी को पत्र भी लिखा गया है। इधर गर्मी के चलते दोपहर के समय कनीना की सड़कें सुनसान दिखाई देने लगी हैं। सड़क से आग की लपटें निकलनी शुरू हो गई हैं, जिसे लेकर सड़कों पर चलने वाले वाहनों में आग लगने की घटनाओं की संभावना बन रही है। उधर, कनीना विकास खंड के 53 गावों में बने अधिकांश बरसाती पानी आधारित जोहड सूखे पड़े हैं। पशु-पक्षी पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं। नहरी पानी आधारित कुछ जोहड़ों में पानी है। ग्रामीणों ने सूखे जोहड़ों में पानी डलवाने की मांग की है। मंगलवार को कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 22 डिग्री व अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक्यूआई 302 दर्ज किया गया। कृषि विभाग के अधिकारी डॉ. विकास कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में व तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। मई माह के पहले पखवाडे में धूप-छांव देखने को मिलेगी। लेकिन दिन का तापमाप भी 38 से 44 डिग्री सेल्यिस बना रहेगा।

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