सड़क पर उतरे अजा समाज के लोग, प्रशासन को दिया अल्टीमेटम
जींद, 26 जून (हप्र)
अनुसूचित समाज के लोगों ने सोमवार को शहर के रानी तालाब पर स्थित डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा तले एक दिवसीय धरना दिया और उसके बाद सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। जहां जिला उपायुक्त डा. मनोज कुमार को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि रोहतक रोड सीआरएसयू मोड़ पर सरकार द्वारा स्वीकृत संत कबीर चौक व भिवानी रोड बाईपास पर गुरु रविदास चौक का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
गोहाना रोड पर पुराने बस अड्डे के पास महर्षि बाल्मीकि के नाम से चौक बनाया जाए, पटियाला चौक पर महान सम्राट अशोक की प्रतिमा तो स्थापित कर दी गई, लेकिन उसका अभी तक नामकरण नहीं हुआ है, यह नामकरण की प्रकिया भी जल्द पूरी की जाए। समाज के नेता रोशन दुग्गल ने धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता की। धरने का संचालन धर्मपाल सिंहमार ने किया, जबकि आम आदमी पार्टी के कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष कौशिक, बसपा के सोनीपत लोकसभा क्षेत्र प्रभारी देशराज सरोहा एवं माजरा खाप के प्रवक्ता समुंद्र सिंह फोर विशेष रूप से धरने पर पहुंचे और उनकी मांगों का समर्थन किया। प्रदर्शनकारियों को संबाेधित करते हुए रोशनलाल दुग्गल ने कहा सरकार चाहे कांग्रेस की रही हो, चाहे भाजपा-जजपा की रही हो, सभी ने अनुसूचित जाति समाज को बांटने का काम किया है। दुग्गल ने कहा कि संत कबीर चौक के निर्माण को लेकर समाज के लोग जींद के भाजपा विधायक डॉ कृष्णा मिड्ढा के दरबार में तीन वर्ष से लगातार चक्कर काट रहे हैं, लेकिन विधायक भी उनको मात्र आश्वासन पर आश्वासन देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब जींद शहर में गोहाना रोड टी पॉइंट पर शहीद धींगड़ा चौक बनाने की बात आई तो न किसी ने धरना दिया, न किसी ने प्रदर्शन किया, रातों-रात चौक बन भी गया और विधायक द्वारा उसका उद्घाटन भी किया गया। इससे साफ जाहिर है कि विधायक दोहरा मापदंड अपनाए हुए हैं। धरने को कमल चौहान, रणबीर ढाढरथ, कलावती नागर, नगर पार्षद प्रवीन बामनिया, वजीर मेहरा, सतबीर लाडवाल, सुखीराम धड़ौली आदि ने संबोधित किया। इस मौकै पर विनोद कुमार, कर्मबीर लाडवाल, शीशपाल दुग्गल, सम्मत नागर, अशोक सिंगल, सूबे सिंह खटक मौजूद रहे।
मांगें पूरी न हुई तो धरना
रोशन लाल दुग्गल ने कहा कि यदि 10 जुलाई तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो 11 जुलाई को समस्त अनुसूचित जातियों के लोग शहर में रानी तालाब पर डा.बीआर अंबेडकर की प्रतिमा तले बेमियादी धरना शुरू कर देंगे और यह तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती।