सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरा एससी समाज, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
रोहतक, 21 अगस्त (निस)
संवैधानिक एससी-एसटी आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए फैसले के विरोध में समाज के लोगों ने शहर में प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। एससी समाज ने ज्ञापन में एएसी-एसटी वर्ग के आरक्षण में क्रीमीलेयर और उपवर्गीकरण लागू करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को निरस्त करने के लिए मौजूदा सत्र में विधेयक पारित करने की मांग की।
बुधवार को एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया गया था, जिसका जिले में मिला-जुला असर रहा। मानसरोवर पार्क में भारी संख्या में एससी समाज के लोग व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एकत्रित हुए और रोष सभा का आयोजन किया। एससी-एसटी आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक आरके रंगा, हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ के राज्य प्रधान डॉ. दिनेश निंबडिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिया गया फैसला तुंरत निरस्त होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सर्व समाज के लोगों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह फैसला देने से पहले
राज्य सरकारों द्वारा इस संबंध में न तो कोई सर्वेक्षण कराया गया और न ही कोर्ट के पास डेटाबेस उपलब्ध है।
इस फैसले से कई तरह के मतभेद और विसंगतियां पैदा होंगी। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे पीछे हटने वाले नहीं है, इसलिए जल्द से जल्द सर्व समाज के हित में उनकी मांगों को पूरा किया जाए।