‘सावित्रीबाई फुले ने खोली लड़कियों की शिक्षा की राह’
इन्द्री, 8 जनवरी (निस)
उपमंडल के गांव गढ़ी बीरबल स्थित पीएमश्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के सातवें दिन स्वयंसेवकों ने महिला सशक्तीकरण पर आधारित चार्ट मेकिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता और आत्मरक्षा सहित अन्य गतिविधियों में भाग लिया। शिविर में भाग लेने वाले स्वयंसेवकों में शीतल व वंश को सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक तथा कनिका को ओवरऑल सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक का पुरस्कार दिया गया।
एनएसएस अधिकारी शमशेर सिंह ने बच्चों को भारत की पहली महिला अध्यापिका सावित्रीबाई फुले और महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि भारत में जिस समय लड़कियों की शिक्षा को गुनाह की तरह देखा जाता था, उस समय सावित्रीबाई फुले ने पुणे में लड़कियों की शिक्षा का पहला स्कूल खोला। प्राध्यापक श्याम लाल ने कहा कि शिक्षित महिला दो परिवारों को शिक्षित करने में सहयोग करती है, इसलिए हमें बेटियों को जरूर पढ़ाना चाहिए। देव कश्यप ने स्वयंसेवकों को तकनीकी शिक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शमशेर सिंह और स्टाफ सदस्यों ने शिविर में भाग लेने वाले सभी स्वयंसेवकों को मैडल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। समापन समारोह में संजय कुमार व नीलम ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्राध्यापक श्याम लाल, संजय, पीटीआई बृजभूषण, समाजसेवी सतीश काम्बोज व सोनू कुमार उपस्थित रहे।