देहदान कर अमर हुईं सत्या देवी
कुरुक्षेत्र, 26 दिसंबर (हप्र)
गांव किशपुरा की शंकर कॉलोनी निवासी 76 वर्षीय सत्या देवी के शरीर को मरणोपरांत मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया गया है। फ्यूचर इंस्टीटयूट आफ मेडिकल साइंस बरेली में सत्या देवी की पार्थिव देह को एंबुलेंस के माध्यम से भेज दिया गया है। देर सायं जैसे ही सत्या देवी के शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए एंबुलेंस के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में ले जाया जा रहा था तो पूरा वातावरण सत्या देवी अमर रहे के नारों से गूंज गया। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स कमेटी के सेवादारों समेत अन्य लोगों ने मानव शृंखला बनाकर सत्या देवी को अंतिम विदाई दी।
सत्या देवी के बेटे अजायब सिंह इन्सां ने बताया कि उनकी माता ने जीते जी मरणोपरांत शरीरदान का फार्म भरा हुआ था। गत दिवस उनकी मृत्यु के बाद उन्होंने डेरा सच्चा सौदा में संपर्क किया और मेडिकल कॉलेज में एंबुलेंस के माध्यम से शरीर को ले जाया गया।
सत्या देवी के परिवार में दो बेटे अजायब सिंह व नैब सिंह के अलावा पुत्रवधू प्रकाशो देवी व मेवा देवी, बेटी नैबो देवी, करनैलो देवी, पौत्र रविंद्र, लाडी, गोल्डी व सतबीर, पौत्री कविता व पिंकी हैं। उनके शरीर दान के फैसले पर पूरा परिवार गर्व महसूस कर रहा है कि उनका शरीर मेडिकल रिसर्च के काम आएगा।