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भाजपा से बागी सतीश यादव ने आप से भरा पर्चा, प्रशांत सन्नी बने आज़ाद प्रत्याशी

10:38 AM Sep 12, 2024 IST
भाजपा से बागी सतीश यादव ने आप से भरा पर्चा  प्रशांत सन्नी बने आज़ाद प्रत्याशी
रेवाड़ी में नामांकन दाखिल करने जाते आप प्रत्याशी सतीश यादव। -हप्र
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रेवाड़ी, 11 सितंबर (हप्र)
रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा से बागी दो नेताओं सतीश यादव व प्रशांत सन्नी ने लाव-लश्कर के साथ बुधवार को अपने नामांकन पत्र जमा कराये। सतीश यादव ने मंगलवार को भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया और उसी की टिकट पर नामांकन किया जबकि प्रशांत सन्नी निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे।
जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन सतीश यादव व जिला परिषद के पूर्व पार्षद प्रशांत सन्नी के मैदान में उतरने से भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। लक्ष्मण सिंह फिलहाल कोसली हलके से भाजपा विधायक हैं और इस बार उनको केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने रेवाड़ी शिफ्ट कराया है। सतीश यादव पिछले दो चुनाव रेवाड़ी हलके से लड़ चुके हैं। उन्हें सफलता तो नहीं मिली, लेकिन धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई थी।

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रेवाड़ी में नामांकन दाखिल करने जाते आप प्रत्याशी सतीश यादव। -हप्र

वह पार्टी में इसी उम्मीद से आये थे कि उन्हें टिकट मिलेगा। लेकिन राव इन्द्रजीत सिंह विरोधी के खेमे के माने जाने वाले सतीश यादव का जब टिकट कटा तो उन्होंने मंगलवार को ही राज्यसभा सांसद संजय सिंह व प्रदेश प्रभारी सतीश गुप्ता की मौजूदगी में आप में शामिल हो गए और झाडू चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतर गए। उन्होंने बिना किसी शोर-शराबे व काफिले के सचिवालय पहुंचकर पर्चा दाखिल किया।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने रेवाड़ी शहर की बदहाली के लिए पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता कै. अजय सिंह यादव व उनके परिवार को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि शहर में महिलाओं के लिए सुलभ शौचालय तक नहीं है। उन्होंने कहा कि कै. अजय का परिवार पिछले 50 सालों से राजनीति कर रहा है लेकिन शहर की कभी सुध नहीं ली। इधर सन्नी यादव ने पर्चा भरने से पूर्व एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े नेता चुनाव के समय वादे करके चले जाते हैं और जीतने के बाद जनता से मुंह मोड़ लेते हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि वे जनता के हकों की लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटेंंगे। लोगों ने हाथ उठाकर उन्हें समर्थन दिया।

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