चार बिजली निगमों को बेचने के विरोध में प्रदर्शन करेगा सर्व कर्मचारी संघ
हिसार, 19 दिसंबर (हप्र)
ऑल हरियाणा पावर कॉरपोरेशन वर्कर यूनियन (संबंधित इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा) ने इनके समर्थन में पूरे प्रदेश में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया व नारेबाजी की। इसी कड़ी में हिसार लोकल सब यूनिटों के कर्मचारियों ने स्थानीय अधीक्षक अभियंता दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम राजगढ़ रोड पर यूनिट प्रधान नम्बर एक सुरेश रोहिल्ला की अध्यक्षता में विरोध प्रदर्शन किया। मीटिंग का संचालन यूनिट नम्बर दो वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविन्द्र बिश्नोई ने किया। विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य कैशियर सुरेंद्र यादव, राज्य उप प्रधान जगमिंदर पूनिया, राज्य कमेटी मेंबर अशोक सेनी ने कहा कि केंद्र सरकार ने मुनाफे में चल रहे चंडीगढ़, लखनऊ, वाराणसी, आगरा बिजली निगम को बेचने के लिए तमाम बिजली संसाधनों को नाम मात्र मूल्यों पर परिसंपत्ति को निर्णय कर लिया है। जिसका पूरे देश के बिजली कर्मचारी व इंजीनियर विरोध कर रहे हैं।
चंडीगढ़ बिजली निगम ने पिछले 8 सालों में 1600 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है लेकिन चंडीगढ़ बिजली निगम की परिसंपत्ति मात्र 850 करोड़ रुपयों में बेचा जा रहा है। इसमें कार्यरत कर्मचारियों का भविष्य भी समाप्त हो जाएगा उनका परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा। मुनाफे कमाने वाले सभी सार्वजनिक उपक्रमों को सरकार धीरे धीरे केंद्र सरकार अडानी अम्बानी को न्यूनतम रेट या कोडियों के दाम बेच रहीं हैं। जिसे बिजली में कार्यरत कर्मचारी व इंजिनियर किसी भी सूरत में सहन नहीं करेंगे। चंडीगढ़ बिजली निगम में केवल 10 प्रतिशत लाइन लोसेज हैं जोकि केवल पेरामीटर व लाइनों का ही लोस है। ये बिजली का ढांचा बड़ी मेहनत के साथ खड़ा किया गया था। आने वाले समय में महंगी बिजली खरीदने पर आम उपभोक्ता मजबूर होगा। नेशनल कोर्डिनेशन कमेटी ने फैसला किया है कि सरकार के फैसले के खिलाफ 22 दिसंबर को लखनऊ, 25 दिसंबर को चंडीगढ़ में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा उसमें अगले आन्दोलन की घोषणा की जाएगी।