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संस्कृत को बनाया जाये कक्षा 3 से 12वीं तक अनिवार्य विषय

04:38 PM Aug 23, 2021 IST

कैथल, 22 अगस्त (हप्र)

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हरियाणा संस्कृत अध्यापक संघ और संस्कृत भारती राष्ट्रीय संघ ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि सभी गैरसरकारी और सरकारी विद्यालयों

में पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान एवं जम्मू कश्मीर की तरह संस्कृत भाषा को भी कक्षा 3 से बारहवीं तक अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया जाए। इस बारे में संघ ने आज विधायक लीला राम को एक ज्ञापन भी दिया।

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संघ के प्रधान रत्नलाल शास्त्री ने कहा कि विदेशों में संस्कृत भाषा के प्रति वर्तमान समय में विशेष लगाव दिख रहा है। वहां के विद्यालय एवं संसद में संस्कृत भाषा में प्रचार एवं प्रसार पर जोर दिया जा रहा है। दूसरी ओर इसकी जननी भारत देश में इसी भाषा की उपेक्षा हो रही है। संस्कृत भाषा ही जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 संस्कारों के बारे में हमें बताती है। ज्ञापन में मांग की गई है कि शास्त्री एवं आचार्य को हरियाणा राज्य में अध्यापक एवं प्राध्यापक की भर्ती में प्राथमिकता दी जाए, संस्कृत अध्यापक माध्यमिक विद्यालय मुख्याध्यापक एवं पर अध्यापकों की पदोन्नति में रुकावट को दूर करके शीघ्र अन्य विषयों की तरह पदोन्नत किया जाए और कर्मचारियों को उनका लाभ दिया जाए, यदि कोई संस्कृत अध्यापक एमए हिंदी है तो उसकी हिंदी प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति की जाए।

उन्होंने विधायक से कहा कि वे विधानसभा के वर्तमान सत्र में इस मांग को उठाएं। इस मौके पर उप प्रधान बाबु राम कौशल, खजाना राम शास्त्री, महा सचिव सतीश कुमार, श्रीराम लाल शास्त्री करोडा, राम गोपाल शास्त्री, ईश्वर दत्त शास्त्री, छोटा राम राम शास्त्री व अन्य संस्कृति अध्यापक मौजूद रहे।

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