सोनीपत के गांव आंवली में संगीता का गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार
सोनीपत, 16 फरवरी (हप्र)
प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने जाने के लिए नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची सोनीपत के गांव आंवली की बहू संगीता की भगदड़ में जान चली गई। वह दो सहेलियों संग स्टेशन पर पहुंची थी। उसके साथ उसकी एक सहेली की भी जान गई है। रविवार को संगीता के शव का गांव आंवली में अंतिम संस्कार किया गया। गांव में मातम का माहौल रहा। आंवली के मोहित मलिक व संगीता की 2013 में दिल्ली में नर्सिंग का कोर्स करते हुए मुलाकात हुई थी। दोनों शादी के बंधन में बंध गए। संगीता ने दिल्ली के रोहिणी स्थित निजी अस्पताल में नर्सिंग की नौकरी की थी। करीब 1 माह से उसने नौकरी छोड़ रखी थी। मोहित व संगीता के पास कोई बच्चा नहीं था। मोहित कोरियर का काम करते हैं। मोहित के परिजनों ने बताया कि संगीता ने 14 फरवरी की रात साढ़े 12 बजे मोहित को वीडियो कॉल की थी। उस समय संगीता ने प्रयागराज जाने की कोई जानकारी नहीं दी थी। मोहित भी 15 फरवरी को खाटू श्याम जाने के लिए निकला था, हालांकि बीच रास्ते उसे दिल्ली में हुए हादसे की जानकारी मिली और वह वापस आ गए। मोहित को संगीता की सहेली सोमा के भाई ने हादसे की जानकारी दी थी। तब उन्हें पता लगा कि संगीता अपनी सहेली पूनम व सोमा के साथ प्रयागराज जाने के लिए नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची थी। वहीं भगदड़ में संगीता व पूनम की जान चली गई।
गांव में मातम का माहौल
गांव की बहू की दिल्ली में हादसे में मौत की सूचना के बाद आंवली में मातम पसर गया। ग्रामीण मोहित के परिवार को ढांढस बंधाते रहे। दोपहर को उनका शव गांव में लाया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।