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अयोध्या में नहीं हो रहा सनातन परंपराओं का पालन : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद

07:00 AM Jan 12, 2024 IST
अयोध्या में नहीं हो रहा सनातन परंपराओं का पालन   शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद
बठिंडा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती एवं अन्य संत।-निस
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विकास कौशल/निस
बठिंडा, 11 जनवरी
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज बठिंडा में बुधवार देर शाम एमएसडी स्कूल में श्री सनातन धर्म महावीर दल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शास्त्रीय परंपराओं का अनुसरण नहीं किया जा रहा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि भारत में राजा और धर्माचार्य हमेशा से ही अलग रहे हैं, लेकिन अब राजा को ही धर्माचार्य बनाया जा रहा है। यह भारतीय परंपराओं के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में सदैव राजा राज करते रहे हैं और धर्म की स्थापना की जिम्मेदारी धर्माचार्यों पर छोड़ी जाती है। राजा राज करे, धर्म का काम धर्माचार्यों पर छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि रामनवमी के अवसर पर श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सही रहती परंतु वर्तमान समय में इन परंपराओं का निर्वहन नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि किसी भी मंदिर में निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले प्रवेश या प्राण प्रतिष्ठा नहीं होती। प्राण प्रतिष्ठा तभी संभव है जब निर्माण कार्य पूरा हो जाए। मंदिर का पूर्ण निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा उचित नहीं है।

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प्रयागराज में 6 फरवरी को होगी गौ संसद

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि भारत को आजादी गौ माता के कारण ही मिली है क्योंकि 1857 में आजादी के लिए पहली क्रांति उस समय शुरू हुई जब सिपाही मंगल पांडे ने कारतूस में गाय की चर्बी लगी होने के कारण कारतूस को मुंह से छीलने से इनकार पर दिया। इस पर मंगल पांडे को फांसी पर लटका दिया गया जिससे पूरा देश भड़क उठा और देश की आजादी के लिए पहली क्रांति शुरू हुई।
देश की आजादी के बाद सरकारों ने गौ माता के नाम पर कई सालों तक गौ माता के नाम पर राज किया परंतु गौ हत्या पर कभी भी प्रतिबंध नहीं लगा सके। अब 10 साल भाजपा सरकार को हो चुके हैं लेकिन सरकार गौ हत्या को बंद नहीं करवा सकी। उन्होंने कहा कि अब गौ हत्या बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए 6 फरवरी को प्रयागराज में एक गौ संसद होने जा रही है जिसमें गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन शुरू किया जाएगा।
इससे पहले देश के प्रधानमंत्री को अपील की जाएगी कि गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिया जाए और गौ हत्या बंद कर दी जाए।

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