Sambhal Temple: संभल के प्राचीन मंदिर में 46 साल बाद हुई आरती, भक्तों की उमड़ी भीड़
चंडीगढ़, 15 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Sambhal Temple: उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में फिर से खोले गए प्राचीन भस्म शंकर मंदिर में रविवार सुबह 46 साल बाद आरती की गई। बता दें कि नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने कहा कि मंदिर 1978 के दंगों के बाद से बंद है। संभल जिले के अधिकारियों को क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान भगवान शिव और हनुमान विराजमान मंदिर मिला।
कथित तौर पर इसे उस समय रस्तोगी समुदाय के मंदिर के रूप में जाना जाता था। यह सदियों पुराना मंदिर खग्गू सराय इलाके में स्थित है, जो शाही जामा मस्जिद के एक किलोमीटर के दायरे में है, जिसके कारण पिछले महीने संभल में हिंसा भड़क उठी थी।
हाल ही में फिर से खोले गए मंदिर के बाहर यूपी पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। सुबह की पूजा और आरती से पहले मंदिर परिसर की सफाई की गई और बिजली की व्यवस्था भी की गई। मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले आचार्य ब्रह्म शुक्ला ने बताया, "हम सुबह आए और आरती करने के लिए मंदिर की सफाई की। यहां एक ब्राह्मण को नियुक्त किया जाना चाहिए ताकि वह यहां रह सके। जब तक इस मंदिर के लिए केयरटेकर नियुक्त नहीं हो जाता, हम जिम्मेदारी लेंगे।"
इसके अलावा, अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जब अधिकारियों ने सदियों पुराने मंदिर की खोज की, तो जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि साइट पर एक प्राचीन कुआं भी मिला है।
डीएम पेंसिया ने कहा, "400 साल पुराने इस प्राचीन भगवान शिव मंदिर की सफाई की जा रही है। प्राचीन कुएं के ऊपर एक रैंप बनाया गया था। जब हमने रैंप को तोड़ा, तो कुआं सामने आया।"