साक्षी और बजरंग ने फिर प्रदर्शन की चेतावनी दी
नयी दिल्ली, 14 फरवरी (एजेंसी)
ओलंपिक पदक विजेता पहलवानों- साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख संजय सिंह ने यूनाईटेड वर्ल्ड रेस्लिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा लगाया प्रतिबंध हटवाने के लिए कपटपूर्ण तरीकों का इस्तेमाल किया। दोनों ने डब्ल्यूएफआई के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन फिर शुरू करने की धमकी दी।
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने मंगलवार को भारत पर लगा अस्थाई प्रतिबंध हटा दिया लेकिन राष्ट्रीय महासंघ को निर्देश दिया कि वह लिखित गारंटी दे कि विरोध कर रहे पहलवानों बजरंग, साक्षी और विनेश फोगाट के खिलाफ कोई भेदभावपूर्ण कार्रवाई नहीं की जाएगी। डब्ल्यूएफआई के समय पर चुनाव कराने में नाकाम रहने पर यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने यह निलंबन पिछले साल अगस्त में लगाया था। डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह की महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के लिए गिरफ्तारी की मांग करते हुए बजरंग, साक्षी और विनेश ने एक साल से अधिक समय तक विरोध-प्रदर्शन किया था।
साक्षी ने ‘एक्स’ पर डाले वीडियो में कहा, ‘हमें कल पता चला कि संजय सिंह ने निलंबन हटवाने के लिए यूडब्ल्यूडब्ल्यू के साथ कोई सांठगांठ कर ली है। बृजभूषण और संजय सिंह ने स्वयं को कानून से ऊपर दिखाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।’ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से यहां शतरंज ओलंपियाड मशाल सौंपने के समारोह के इतर जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हम आपको बताएंगे कि हम क्या करेंगे।’ साक्षी ने जोर देते हुए कहा कि अगर भाजपा सांसद बृज भूषण के विश्वास पात्र को डब्ल्यूएफआई का संचालन करने की स्वीकृति दी जाएगी तो प्रदर्शनकारी पहलवानों के पास विरोध दोबारा शुरू करने के अलावा कोई रास्ता नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘मैंने भले ही कुश्ती से संन्यास ले लिया हो लेकिन मैं बर्दाश्त नहीं करूंगी कि बृजभूषण या उसके लोग महासंघ को चलाएं और महिलाओं का उत्पीड़न करें। मैं सरकार से अपील करती हूं कि वे सुनिश्चित करें कि बृज भूषण या उसके गुट को महासंघ के संचालन से प्रतिबंधित किया जाए और यह काम करने की जिम्मेदारी कुछ अच्छे लोगों को सौंपी जाए। अन्यथा हमें फिर विरोध-प्रदर्शन की राह पर चलना होगा।’ बजरंग ने भी साक्षी से सहमति जताते हुए कहा, ‘दो-तीन दिन पहले ही बृजभूषण का बेटा उत्तर प्रदेश कुश्ती संस्था का अध्यक्ष बन गया जबकि उसने कहा था कि उसके परिवार का कोई सदस्य कुश्ती प्रशासन में नहीं आएगा। सरकार ने वादा किया था कि बृजभूषण या उसका कोई रिश्तेदार या सहयोगी खेल का संचालन नहीं करेगा।’ -फाइल फोटो