शिअद प्रत्याशी एनके शर्मा ने सरपंच से शुरू किया सियासी सफर
एस.अग्निहोत्री/ हप्र
जीरकपुर, 13 अप्रैल
शिरोमणि अकाली दल द्वारा पटियाला लोकसभा हलके से घोषित किए उम्मीदवार एनके शर्मा ने अपने छोटे से राजनीतिक जीवन में संघर्ष और मेहनत के बल पर ऊंचा मुकाम हासिल किया है। युवा नेता को समाज सेवा, ईमानदारी, दृढ़ता का जज्बा विरासत में मिला है। उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद अपने कारोबार को एक नए मुकाम पर पहुंचाया, साथ ही लोहगढ़ के पंचायत चुनाव के दौरान एक हजार मतों के अंतर से चुनाव जीतकर सबसे छोटी उम्र का सरपंच होने का सम्मान हासिल किया। सरपंच के माध्यम से राजनीति में प्रवेश करने वाले एनके शर्मा सरपंच यूनियन के प्रधान भी बने। इस बीच पंजाब सरकार ने लोहगढ़ समेत सात गांवों को मिलाकर जीरकपुर नगर पंचायत का गठन किया, जिसमें नरिंदर शर्मा को सदस्य नामजद किया गया। इस दौरान प्रदेश में नगर परिषद के चुनाव हुए। एनके.शर्मा के नेतृत्व में जीरकपुर नगर परिषद में शिरोमणि अकाली दल के झंडे तले लड़े गए चुनाव में 15 में से 13 वार्डों में अकाली दल को जीत मिली और एनके शर्मा चार अप्रैल 2003 को जीरकपुर नगर पंचायत के पहले अध्यक्ष बने। इस कार्यकाल के दौरान जीरकपुर के विकास की रूपरेखा तैयार की और जीरकपुर को नगर पंचायत से नगर परिषद का दर्जा दिलवाने में अहम भूमिका निभाई। इस बीच पंजाब की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम हुआ। टकसाली नेता कैप्टन कंवलजीत सिंह का अचानक निधन हो गया। कंवलजीत सिंह के पुत्र जसजीत सिंह बन्नी ने अकाली दल को अलविदा बोला तो अकाली दल सुप्रीमो स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल ने एनके शर्मा को बनूड़ विधानसभा हलके का इंचार्ज लगाया। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने दोबारा से घर वापसी करने वाले जसजीत सिंह बन्नी को चुनाव मैदान में उतार दिया।
अकाली दल सुप्रीमो प्रकाश सिंह बादल ने शर्मा को मोहाली जिला योजना बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त कर दिया। वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान एनके शर्मा को डेराबस्सी विधानसभा हलके से प्रत्याशी घोषित कर दिया। एनके शर्मा ने इस चुनाव में कांग्रेस के दीपइंदर सिंह ढिल्लों को 12 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया। इसके बाद पंजाब में बनी स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली सरकार में एन.के.शर्मा को मुख्य संसदीय सचिव (उद्योग एवं वाणिज्य) विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई।