बलिदानी नन्हे फरिश्ते
07:08 AM Aug 20, 2023 IST
अरुण नैथानी
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खेलने-खाने की उम्र में यदि बच्चे उदात्त राष्ट्रप्रेम के वशीभूत होकर देश के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान कर दें, तो इसे महान शहादत ही कहा जाएगा। यह विडंबना है कि देश के ऐसे अनेक शहीदों को स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में जगह नहीं मिली। सकारात्मक लेखन के धनी डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने ऐसे ही चार से बीस साल के भूले-बिसरे नन्हे फरिश्तों को एक पुस्तक में जगह दी है। स्कूल के छात्रों उज्ज्वल व आशुतोष का रेखांकन प्रेरक है।
पुस्तक : नन्हें फरिश्ते लेखक : डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी प्रकाशक : धर्म संस्थानम, जींद पृष्ठ : 240 मूल्य : रु. 250.
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