रूस-युक्रेन युद्ध : लंदन में होने वाली अहम बैठक टली
कीव, 23 अप्रैल (एजेंसी)
रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से चल रहे युद्ध के समापन के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में प्रगति के नाममात्र संकेत के बीच इन दोनों देशों के बीच संघर्षविराम समझौते को लेकर ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस और यूक्रेन के राजनयिकों के बीच निर्धारित बैठक आखिरी घड़ी में टल गयी।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने घोषणा की थी कि लंदन में होने वाली वार्ता में केवल निचले स्तर के अधिकारी ही शामिल होंगे। उससे पहले मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के चलते इसमें भाग लेने में असमर्थ हैं। रुबियो के अचानक पीछे हटने से वार्ता की दिशा को लेकर संदेह पैदा हो गया। यह तब हुआ जब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने किसी भी संभावित शांति समझौते के हिस्से के रूप में रूस को अपने देश का कोई भी इलाका सौंपने से इनकार कर दिया और इसे एक बेकार की बात कहा। वार्ताकार तो 30 दिन का सीमित युद्धविराम भी सुनिश्चित नहीं कर पाये क्योंकि दोनों पक्ष 1,000 किलोमीटर लंबी अग्रिम सीमा पर एक-दूसरे पर लगातार आक्रमण कर रहे हैं। क्षेत्रीय प्रमुख सेरही ल्यासक ने अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा कि बुधवार सुबह पूर्वी यूक्रेन में द्निप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र के मार्गनेत्स में एक रूसी ड्रोन ने श्रमिकों को ले जा रही बस पर हमला किया, जिसमें सात महिलाओं और दो पुरुषों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इस हमले में 40 से अधिक लोग घायल भी हो गए। अमेरिकी योजना में बदलाव के बावजूद यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल लंदन पहुंचा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध को समाप्त करने पर जोर दिया है और पिछले सप्ताह कहा कि वार्ता ‘अपने चरम पर पहुंच रही है।’ हालांकि, इससे पहले रुबियो ने कहा था कि अगर वार्ता में प्रगति नहीं होती है तो अमेरिका जल्द ही वार्ता से पीछे हट सकता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने एक्स पर कहा कि बदलावों के बावजूद उनके, विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा और रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव का एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए लंदन पहुंच गया है। यरमक ने कहा, ‘शांति का मार्ग आसान नहीं है, लेकिन यूक्रेन शांतिपूर्ण प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध रहा है और रहेगा।’