ग्रामीण चौकीदारों ने करनाल में डाला डेरा
करनाल, 2 अगस्त (हप्र)
समान काम के लिये समान वेतन समेत कई अन्य मांगों को लेकर प्रदेश के ग्रामीण चौकीदारों ने सीएम सिटी करनाल में डेरा डाल लिया है। मंगलवार को हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के बैनर तले उन्होंने जिला सचिवालय तक विरोध प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शनकारी चौकीदारों की अगुवाई करते हुए राज्य प्रधान बाबूराम व राज्य महासचिव कलीराम ने कहा कि सरकार अडिय़ल रवैया अपना रही है। सीएम ने जो घोषणाएं की थी उन्हें आज तक लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण चौकीदार ईमानदारी के साथ अपनी डयूटी निभा रहे हैं, फिर भी सरकार उनका शोषण कर रही है। संगठन की मांग है कि हरियाणा के ग्रामीण चौकीदारों को पक्का किया जाए, जब तक पक्के नहीं होते तब तक 24 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए। चौकीदारों के वेतन को महंगाई भत्ते से जोड़ा जाए तथा प्रत्येक 6 माह में महंगाई भत्ता दिया जाए।
चौकीदारों को सफाई कर्मचारियों की तर्ज पर बीडीपीओ ब्लॉक को इकाई मानकर ईपीएफ में कवर किया जाए। ग्रामीण चौकीदारों को ईएसआई के दायरे में लाया जाए।
ये भी रही मांग
इसके अलावा मांग की गई कि कोरोना महामारी की चपेट में आने से मौत होने पर ग्रामीण चौकीदार को सरकार के आदेशानुसार 20 लाख बीमा राशि व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की तरह दुर्घटना में मौत होने पर 5 लाख तथा बिमारी से मौत होने पर दो लाख रुपए बीमा दिया जाए। राज्य प्रधान बाबूराम ने कहा कि हरियाणा सरकार ने गांव में मृत्यु का इन्द्राज करने बारे 300 रू प्रति देने बारे आदेश जारी किया था। परंतु आदेश को अभी तक लागू नहीं किया गया है इसे तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए।
वर्षों से बाकाया पड़े मुनादी भत्ते का भुगतान किया जाए। चौकीदारों को मिलने वाले मानदेय में हस्ताक्षर प्रणाली समाप्त की जाए।
सीटू के राज्य उपप्रधान सतबीर, पूर्व राज्य महासचिव सुरेंद्र मलिक, महासचिव जयभगवान, कलीराम, बसाऊ राम, बीर सिंह लाठर, जगमाल सिंह, अशोक अरोड़ा, ओपी माटा, रूपा राणा, जोगा सिंह, मदन पाल, जगपाल राणा, रीना देवी, रणजीत, सतपाल सैनी, गफसूर , सावन सिंह, संजीत, राजेंद्र, अजीत व रोशनलाल गुप्ता ने संबोधित किया।
नपा कर्मचारी संघ का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
पानीपत (ट्रिन्यू) : सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित नगर पालिका कर्मचारी संघ की जिला इकाई ने मुख्यमंत्री के नाम विधायक कार्यालय में पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला प्रधान सुभाष चिंडालिया ने किया। यूनियन से संबंधित नगर निगम कर्मचारी कार्यालय से जीटी रोड होते हुये विधायक के पास पहुंचे। उन्होंने मांगों की अनदेखी को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रधान सुभाष चिंडालिया सरकार ने मांगों को लेकर यूनियन के शीर्ष नेताओं के साथ जो समझौते किये थे उन पर अमल नहीं किया गया। उन्होंने कौशल रोजगार विकास निगम की आलोचना करते हुये कहा कि इससे किसी का भला नहीं होने वाला। कौशल निगम में कर्मचारी कभी स्थायी नहीं होगा। सरकार को आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों को पक्का करना चाहिये। उन्होंने समान काम समान वेतन की नीति को लागू करने, 5 हजार जोखिम भत्ता देने समेत अन्य मांगें दोहराईं।
दिहाड़ी की मांग को लेकर घेरा जिप कार्यालय
कैथल (हप्र) : क्रान्तिकारी मनरेगा मजदूर यूनियन के बैनर तले गांव फरल के मजदूरों ने मनरेगा में काम की मांग को लेकर जिला परिषद कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शन की शुरुआत अजय चौशाला ने क्रान्तिकारी गीत से की। आज मजदूरों ने अपनी एकजुटता का शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। गांव के मेट विकास ने बताया कि पिछले लंबे समय से मनरेगा में काम की मांग करते रहे हैं लेकिन मनरेगा विभाग के अधिकारी उनकी एक नहीं सुनते हैं। हमने लगभग 60 मजदूरों की मांग फरवरी को जमा कराई लेकिन पांच महीने के बाद हमें काम नहीं मिला। हमारी मांग है कि काम ना देने की सूरत में हमें बेरोजगारी भत्ता मिलना चाहिए। इसलिए आज हमें एकजुट होकर कैथल के मनरेगा विभाग का घेराव करना पड़ा ताकि हमारी सुनवाई हो सके। सीईओ कार्यालय के अधिकारी यशपाल ने एक सप्ताह में काम शुरु करवाने का आश्वासन दिया है। यूनियन ने तय किया है कि अगर हमें काम नहीं मिला तो हम बीडीपीओ कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।