न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर गरजे ग्रामीण सफाई कर्मचारी
करनाल, 26 अक्तूबर (हप्र)
ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के बैनर तले प्रदेशभर से आए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सेक्टर-12 स्थित फव्वारा पार्क से लेकर लघु सचिवालय तक सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।
सफाई कर्मचारियों ने ऐलान किया कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
कर्मचारियों ने पंचायत मंत्री देवेंद्र मंत्री के रवैये पर भड़कते हुए कहा कि 31 अक्तूबर को मंत्री देवेंद्र बबली के निवास पर 24 घंटे का पड़ाव डाला जाएगा। हजारों की संख्या में करनाल में पहुंचे सफाई कर्मचारियों की रैली को देखते हुए प्रशासन ने यूनियन नेताओं को 8 नवंबर को पंचायत मंत्री से मिलवाने का पत्र दिया, जिसे यूनियन नेताओं ने इनकार करते हुए कहा कि वार्ता के लिए इतना इंतजार नही कर सकते, 3 नवंबर तक वार्ता नहीं करवाई गई तो आंदोलन जारी रहेगा। प्रदेश अध्यक्ष, ग्रामीण
सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवी राम ने बताया कि भगवान वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य पर अधिकार रैली करनाल में की गई है, सरकार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है, चार दौर की वार्ता के बाद भी सरकार ने हमारी मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया।
रैली को लेकर सरकार को 60 दिन पहले अल्टीमेटम दिया था, बातचीत के माध्यम से हमारी मांगों का समाधान किया जाए अन्यथा सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चला जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि ग्रामीण सफाई कर्मियों को 26 हजार का न्यूनतम वेतन दिया जाए, सभी कर्मचारियों को पक्का किया जाए। इसके अलावा भर्ती का दायरा 4 सौ पर एक कर्मचारी नियुक्त किया जाए। जो दायरा 2 हजार पर एक, 5 हजार पर दो कर्मचारियों की नियुक्ति का बनाया हुआ हैं, वह गलत है, उसे बदला जाए।
ग्रामीण सफाई यूनियन हरियाणा के महासचिव विनोद कुमार ने बताया कि प्रदेशभर से ग्रामीण सफाई कर्मचारी अधिकार रैली में भाग ले रहे हैं, प्रशासन ने बातचीत करवाने की कोशिश की हैं, 8 नवंबर को मंत्री से बातचीत करवाने का आश्वासन दिया, जो हमें मंजूर नहीं है।
अगर वार्ता होती तो 3 नवंबर को हड़ताल खत्म कर देंगे अन्यथा हड़ताल जारी रहेंगी। इस मौके पर बसाऊ राम, जयभगवान, सतबीर, सर्व कर्मचारी संघ के उपप्रधान नरेश शास्त्री, जिला प्रधान सुशील गुर्जर सहित अन्य मौजूद रहे।