हिम केयर पर विधानसभा में हंगामा, विपक्ष का वाकआउट
शिमला, 13 मार्च (हप्र)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार की ओर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के बीच भाजपा ने सदन से वाकआउट किया। भाजपा ने यह वाकआउट मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा हिम केयर योजना के तहत पूर्व भाजपा सरकार द्वारा किए गए खर्च के आंकड़े पेश करने के विरोध में किया। विपक्ष का आरोप था कि मुख्यमंत्री हिम केयर को लेकर गलत आंकड़े पेश कर रहे हैं। विपक्ष ने इस दौरान सरकार को हिम केयर योजना के तहत हुए खर्च की जांच की चुनौती भी दी। धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए प्रदेश की धन संपदा को लुटा दिया ताकि वह फिर से सरकार में आ सके। मुख्यमंत्री ने हिम केयर में व्यापक भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस योजना का आडिट करने की घोषणा की और कहा कि आडिट की रिपोर्ट सदन में रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने हिम केयर के नाम पर 350 करोड़ रुपए निजी अस्पतालों को लुटा दिए। इसमें से 190 करोड़ रुपए का भुगतान मौजूदा सरकार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि हिम केयर योजना के तहत 9.50 लाख लोग पूर्व भाजपा सरकार में प्रदेश से बाहर इलाज करने के लिए गए और इससे प्रदेश की जीडीपी को एक हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते दो सालों में हिम केयर पर 306 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसके अलावा पूर्व सरकार की देनदारियां भी चुकता की जा रही हैं।
इससे पूर्व, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से उत्तर दे रहे हैं वह ठीक नहीं है। उन्हें दो साल सत्ता में हो गए हैं और आज बता रहे हैं कि हिमकेयर का पैसा नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकारी गलत आंकड़े पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो घोटाले के आरोप लगाए जा रहे हैं उसकी मुख्यमंत्री जांच करवाएं और जिसने गलत किया है उस पर कार्रवाई की जाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि हिमकेयर में कितने लोगों का उपचार हुआ है। उन्होंने कहा कि हैल्थ को लेकर मुख्यमंत्री बात कर रहे हैं तो वह कहना चाहेंगे कि मरीजों की बिना दवाई के मौत हो रही है। जब किसी ने आवाज उठाई तो उसे अधिकारियों द्वारा दबाने का प्रयास किया गया। जयराम ठाकुर ने कहा कि सारी सीमाएं तोड़ दी गई हैं और जो हो रहा है वह गलत हो रहा है। ऐसे में वह वाॅकआउट करते हैं।
विपक्ष के वाॅकआउट के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि उन्होंने विपक्ष को बोलने का पूरा समय दिया। ऐसे में विपक्ष के वाॅकआउट को कोई भी औचित्य नहीं था। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विपक्ष के वाॅकआउट को लेकर निंदा प्रस्ताव लाया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष बौखलाहट में हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने आप को विपक्ष में सहन नहीं कर पा रही है।