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नीलोखेड़ी में टिकट पर रार, नेताओं के बगावती तेवर

08:47 AM Sep 08, 2024 IST

नीलोखेड़ी, 7 सितंबर (निस)
भाजपा हाईकमान द्वारा 67 प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कई जगह बगावत के बाद नीलोखेड़ी में भी बागी स्वर उठने लगे हैं। नीलोखड़ी से कांग्रेस के धर्मपाल गोन्दर और भाजपा के भगवानदास कबीरपंथी एक बार फिर आमने-सामने हैं। भाजपा ने पूर्व विधायक भगवानदास कबीरंपथी को टिकट दिया है। वहीं, टिकट न मिलने से खफा भाजपा के दो अन्य नेताओं ने हाईकमान के प्रति रोष व्यक्त किया है। टिकट की दावेदार भाजपा महिला की प्रदेश उपाध्यक्ष मीना चौहान रायसन ने बागी तेवर अपनाते हुए हाईकमान पर भड़ास निकाली। उन्होंने भाजपा को चमचों की पार्टी कहते हुए पार्टी छोड़ने का एेलान किया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि अगले एक-दो दिन में वे अपने समर्थकों के साथ विचार करके भावी रणनीति का खुलासा करेंगी।
वहीं, स्वच्छ भारत मिशन के प्रांतीय उपचेयरमैन सुभाष चंद्र ने भी भाजपा के टिकट पर असंतोष जताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हाईकमान द्वारा दिए गए सभी दायित्वों का निष्ठापूर्वक निभाया। बावजूद इसके टिकट न मिलने से मन व्यथित तो है। आगामी रणनीति बनाने के लिए समर्थकों व शुभचिन्तकों की 8 सितंबर रविवार को तरावड़़ी में बैठक बुलाई है।
उधर, कांग्रेस हाईकमान द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांग्रेस में भी बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। विधायक धर्मपाल गोंदर ने भाजपा से समर्थन वापस लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा में आस्था जताई थी। गोंदर को कांग्रेस का टिकट देने से एक ओर जहां अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा से समर्थन वापस लेने का उन्हें इनाम मिला है, जबकि कई कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गोंदर ने टिकट के लिए आवेदन तक नहीं किया था और न ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की है।
दूसरी ओर टिकट न मिलने से खफा कांग्रेसियों ने भी अपना रोष व्यक्त करना शुरू कर दिया है। टिकट के प्रबल दावेदार पूर्व विधायक राजीव मामुराम गोंदर ने समर्थकों की 8 सितंबर को बैठक नीलोखेड़ी में बुलाई है। इसमें वह अगली रणनीति को लेकर समर्थकों से चर्चा करेंगे। कांग्रेस के एक ओर टिकटार्थी दयाल सिरोही ने भी कांग्रेस के टिकट पर रोष जताते हुए कांग्रेस को छोड़ दी। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि वे जल्द नामांकन-पत्र दाखिल करेंगे। टिकट के दावेदार हरियाणा लोकसेवा आयोग के पूर्व सदस्य प्रो. राजेश वैध ने टिकट न मिलने के बावजूद कांग्रेस का सच्चा सिपाही होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस की नीतियों का प्रचार प्रसार जारी रखेंगे।

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