जींद में किड्स प्ले स्कूलों के लिए आए आरओ बने शोपीस
जसमेर मलिक/ हप्र
जींद, 21 अक्तूबर
जींद में महिला एवं बाल विकास विभाग के किड्स प्ले स्कूलों के लिए पिछले साल आए आरओ अभी तक महज शोपीस बने हुए हैं। अभी तक आरओ की इंस्टॉलेशन किड्स प्ले स्कूलों में नहीं हो पाई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जींद में लगभग 200 आंगनबाड़ी केंद्रों को किड्स प्ले स्कूल में अपग्रेड किया जा चुका है। इन किड्स प्ले स्कूलों में पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों को पीने के लिए शुद्ध जल मिले, और वह स्वस्थ रहें, इसके लिए विभाग ने किड्स प्ले स्कूलों के लिए आरओ मंजूर किए थे। विभाग के मुख्यालय ने जींद जिले के लिए 200 से ज्यादा आरओ की सप्लाई पिछले साल की थी। अभी तक उनकी इंस्टॉलेशन नहीं हो पाई है।
आरओ के इंस्टॉल नहीं हो पाने की बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि ज्यादातर किड्स प्ले स्कूलों में पानी की टंकी और उनमें पानी की सप्लाई नहीं है, जबकि आरओ केवल वहीं लगाया जा सकता है, जहां पानी की सप्लाई टंकी से होती हो। विभाग को मिले इन आरओ को किड्स प्ले स्कूलों में लगवाने के लिए जुलाई में जींद के तत्कालीन डीसी डॉ मनोज कुमार ने जिला परिषद के तत्कालीन सीईओ वीरेंद्र सहरावत को जिम्मेदारी दी थी।
जिला परिषद सीईओ ने इस सिलसिले में जन स्वास्थ्य विभाग के साथ कोऑर्डिनेट करते हुए किड्स प्ले स्कूलों में पीने के पानी की सप्लाई और टंकी मुहैया करवाने के लिए कहा था। उसके बाद जिला परिषद सीईओ वीरेंद्र सहरावत का जींद से तबादला हो गया। उनके प्रयास से जिन किड्स प्ले स्कूलों में आरओ के लिए पानी और टंकी की व्यवस्था हुई, उनमें जब आरओ लगाए गए तो यह वर्किंग में नहीं मिले। 1 साल से भी ज्यादा समय से विभाग के स्टोर में पड़े आरओ काम नहीं कर पाए।
घर से बोतल में पानी ला रहे नौनिहाल
जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग के किड्स प्ले स्कूलों में पढ़ रहे नौनिहाल बिना आरओ का साधारण पानी पीने को मजबूर हैं। बच्चे या तो साधारण पानी पीते हैं या फिर वह घर से बोतल में पीने का पानी लाते हैं। उनके कंधे से पानी की बोतल का बोझ विभाग आरओ खरीदने पर लाखों रुपए की राशि खर्च करने के बाद भी नहीं उतर पाया है। इस मामले में डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि मामला उनके नोटिस में अभी लाया गया है। वह मामले को देखेंगे। उसके बाद ही इसमें आगे कुछ बता पाएंगे।