रोहित ठाकुर ने आपदा में क्षतिग्रस्त स्कूलों की मरम्मत के लिए केंद्र से मांगे 200 करोड़
शिमला, 6 मार्च (हप्र)
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने वर्ष 2023 में प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों की मरम्मत और आपदा-रोधी शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने के लिए आपदा आकस्मिक योजना के लिए केंद्र से 200 करोड़ रुपये मांगे हैं। उन्होंने आज नयी दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात के दौरान राज्य में अटल आदर्श विद्यालयों को पूरा करने के लिए भी 62.92 करोड़ रुपये की मांग की। ठाकुर ने राज्य के सरकारी स्कूलों में केंद्र की मध्याह्न भोजन योजना में लगे रसोइयों के मानदेय में वृद्धि की भी मांग की।
रोहित ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि योजना में लगे रसोइयों के लिए निर्धारित 1,000 रुपये का मौजूदा मानदेय बाजार दर से काफी कम है। रोहित ठाकुर ने कहा कि इतने कम मानदेय पर अच्छे रसोइए मिलना मुश्किल है। राज्य 4,500 रुपये वेतन दे रहा है। केंद्र को वेतन का 90 प्रतिशत, जो 4,150 रुपये है, वहन करने पर विचार करना चाहिए, ताकि योजना के तहत कुशल रसोइयों और गुणवत्तापूर्ण आहार की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
रोहित ठाकुर ने कहा कि बढ़ती खाद्य लागत और योजना के तहत दिए जाने वाले भोजन में सीमित आहार विविधता छात्रों के पोषण सेवन को प्रभावित कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र को भोजन में अंडा और फल उपलब्ध कराने की राज्य की पहल को और बढ़ाने के लिए वार्षिक कार्य योजना और बजट से फ्लेक्सी फंड का पांच प्रतिशत, यानी 5.72 करोड़ रुपये मंजूर करना चाहिए।
रोहित ठाकुर द्वारा रखी गई दूसरी प्रमुख मांग शिक्षकों के प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम विकास और अनुसंधान के लिए राज्य में एक क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान की स्थापना के बारे में थी। रोहित ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री से कठिन भूभाग और कनेक्टिविटी मुद्दों को देखते हुए राज्य में नए केंद्रीय विद्यालय खोलने का भी आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत राज्य को जारी किए गए 310 करोड़ रुपये के अनुदान में से लंबित 59.5 करोड़ रुपये जारी करने का भी आग्रह किया।