सरकार से रोडवेज कर्मचारियों की वार्ता विफल
चंडीगढ़/बठिंडा, 8 सितंबर (निस/एजेंसी)
पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी के कांट्रेक्ट कर्मचारियों ने अपनी नौकरी को रेगुलर करने की मांग के लिए आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया। राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई उनकी बैठक बेनतीजा रहने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया। लगभग आठ हजार कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और नौकरी को स्थायी करने, वेतन में वृद्धि और बसों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पंजाब सड़क परिवहन निगम (पीआरटीसी) की लगभग दो हजार बसें नहीं चली। हालांकि, राज्य में निजी बसें चल रही हैं। पंजाब रोडवेज, पनबस/पीआरटीसी निविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रेशम गिल ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों संग उनकी बैठक बेनतीजा रही। गिल ने कहा कि अधिकारियों ने उनकी मांग पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि बैठक में मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार और परिवहन विभाग के कुछ अधिकारी शामिल थे। बैठक के बाद गिल ने संवाददाताओं से कहा कि मांग पूरी होने तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को राज्य में दो घंटे के लिए सभी बस स्टैंड बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को मोहाली के सिसवां में पंजाब के मुख्यमंत्री के फार्म हॉउस पर धरना दिया जाएगा।
इस बीच, बठिंडा में भी पीआरटीसी पनबस के ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों ने आज तीसरे दिन भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखी व शहर में सैंकड़ों कर्मचारियों ने रोष मार्च किया। रोष मार्च बस स्टैंड से शुरू हुआ व शहर के विभिन्न बाजारों से होकर वापस बस स्टैंड पहुंच कर समाप्त हुआ। इस दौरान उक्त कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के विरुद्ध भी नारेबाजी की। पीआरटीसी, पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन बठिंडा के अध्यक्ष संदीप सिंह ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने मांग की कि ठेका प्रणाली समाप्त की जाए, ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को पक्का किया जाए तथा एक हजार नई बस बेड़ में शामिल की जायें। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जातीं तब तक हड़ताल जारी रहेगी।