3658 निजी बस परमिट देने के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरे रोड़वेज कर्मचारी
रोहतक/ जींद (जुलाना), 9 जुलाई (हप्र)
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा के आह्वान पर सरकार द्वारा 262 मार्गों पर 3658 प्राइवेट रुट परमिट देने व मानी गई मांगों को लागू नहीं करने के विरोध में मंगलवार को रोहतक और जींद के सभी डिपुओं में विरोध प्रदर्शन किया गया।
कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार निजीकरण पॉलिसी वापिस नहीं लेती है तो 14 जुलाई को पूरे प्रदेश के सभी डिपो व सब डिपो के हजारों कर्मचारियों द्वारा परिवहन मंत्री अम्बाला आवास का घेराव करके बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
रोहतक में रोड़वेज कर्मचारी साझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र दिनोद, सुमेर सिवाच, ओमप्रकाश ग्रेवाल, जयबीर घणघस, आजाद गिल, जगदीप लाठर, वीरेंद्र सिगरोहा अशोक खोखर, दिनेश हुड्डा, अशोक खोकर, जयभगवान कादियान, संजीव कुमार, मायाराम उनियाल, अमित महराना, हरिकृष्ण व नीरज शर्मा ने कहा प्रदेश की जनता की प्राइवेट बसों की मांग नहीं है तो सरकार 262 मार्गों पर 3658 रुट परमिट देने पर क्यों अड़ी हुई है? जबकि आम लोग व छात्र-छात्राओं द्वारा पंचायतों के माध्यम से व रोड़वेज कर्मचारियों द्वारा चलाए गए हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से सरकारी बसों की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा वर्तमान में जो प्राइवेट परमिट धारक वाली बसें चल रही हैं, इन बसों में सरकार द्वारा दी जा रही किसी भी सुविधा को लागू नहीं किया जा रहा है। जिनकी शिकायतें छात्र-छात्राओं, बुजर्गों, आम जनता द्वारा समय समय करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। रोड़वेज की सरकारी बसें प्राइवेट बसों से ज्यादा टैक्स सरकारी खजाने में जमा करवाती हैं।
साझा मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं ने सरकार से मांग की कि 3658 रुट परमिट देने का निर्णय रद्द कर विभाग में 10 हजार सरकारी बसें शामिल की जाएं, ताकि जनता को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा मिलने के साथ 60 हजार बेरोजगारों को स्थाई रोजगार मिल सके।
वहीं जींद में कर्मचारियों ने जींद बस अड्डा परिसर में रोष प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अध्यक्षता सांझा मोर्चा के नेता आजाद गिल ने की। इस मौके पर ओमप्रकाश, रमेश, अनिल गौतम, अनूप लाठर, राजबीर, जयबीर, रविंद्र, दिलबाग, राजेंद्र, जोगिंदर आदि ने भाग लिया।