हिट एंड रन कानून के खिलाफ रोडवेज कर्मियों का रोष प्रदर्शन
रोहतक, 1 जुलाई (हप्र)
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर रोहतक डिपो में सभी यूनियन के अध्यक्षों द्वारा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से डिपो में स्थित सभी प्रधानों द्वारा की गई व संचालन सांझा मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य जयकुंवार दहिया द्वारा किया गया। कर्मचारी नेता सुमेर सिवाच, जयकुंवार दहिया, गिरिराज, सुरेश नहरा, राजेश आदि ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चालकों के ऊपर हिट एंड रन कानून लागू किया है, रोडवेज कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करते हैं एवं केंद्र की भाजपा सरकार से कानून वापसी की मांग करते हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार रोडवेज कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। परिवहन मंत्री से हुई वार्ता में मानी गई मांगों के हरियाणा सरकार द्वारा अभी तक कोई भी आदेश जारी नहीं किये जा रहे। वहीं जो कुछ आदेशों को जारी किया, उनकी पालना विभाग के आला अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि हरियाणा सरकार अड़ियल रवैया अपनाते हुए है यदि अपनी कुंभकर्णी नींद से नहीं जागी तो रोडवेज कर्मचारी छात्र, मजदूर, महिलाओं आदि जनता के सहयोग से पूरे प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारियों को साथ लेकर 14 जुलाई को अंबाला में परिवहन मंत्री आवास का घेराव करने जाएगा। घेराव की जोरदार तैयारी को लेकर राज्य सांझा मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य सुमेर सिवाच, जयकुंवार दहिया, शिवकुमार, सतबीर मुंढाल आदि ने रोडवेज कर्मचारियों एवं बस स्टैंड पर उपस्थित हरियाणा की जनता को संबोधित करते हुए हिट एंड रन कानून वापसी की मांग की गई। प्रदर्शन में सुमेर सिवाच, नरेश सिवाच, गिरिराज, जयकुंवार दहिया, रोहित देशवाल, प्रदीप हुड्डा, सतबीर मुंढाल, राजेश पंघाल, प्रवीण कुमार, सुरेंदर दलाल आदि सैकड़ों कर्मचारी एवं कार्यकर्ता शामिल रहे।
कर्मचारियों ने की नारेबाजी
होडल (निस) : हरियाणा सरकार द्वारा लाए गए नए कानून के विरोध में आज होडल बस अड्डे पर साझा मोर्चा के आह्वान पर रोडवेज़ कर्मचारियों ने काले कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रधान राजवीर सिंह ने इस अवसर पर कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने जो कानून बनाया है वह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इसको सरकार की तानाशाही बताते हुए कहा कि यह ड्राइवरों के खिलाफ काला कानून है। उन्होंने कहा कि एक ड्राइवर 10-12 हजार की नौकरी करता है। वह कहां से 10 लाख रूपए की राशि लाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरन्त ही इस काले कानून को वापस लेना चाहिए अन्यथा रोडवेज़ कर्मचारी सरकार के खिलाफ लंबा आन्दोलन करने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर कर्मचारी नेता जित्येन्द्र कुमार, रमेश, दुलीचंद, संजय, गोपी चंद, समय सिंह, बच्चू,तेजपाल, इतवरी,राजपाल, ओमप्रकाश आदी मौजूद थे।