Road Safety : सड़क सुरक्षा का हीरो बना चंडीगढ़, हादसों में 19% की ऐतिहासिक गिरावट
विवेक शर्मा
चंडीगढ़, 2 जनवरी
चंडीगढ़ ने सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में देशभर में एक नई मिसाल कायम की है। जहां भारत में सड़क दुर्घटनाओं से मौतों में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं चंडीगढ़ ने इन घटनाओं में 19 प्रतिशत की ऐतिहासिक गिरावट लाकर खुद को सड़क सुरक्षा में अग्रणी साबित किया। यह उपलब्धि चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट 2023 में सामने आई, जिसे पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक ने लॉन्च किया।
आंकड़े जो बनाते हैं चंडीगढ़ को खास
2023 में चंडीगढ़ ने सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में व्यापक सुधार किया। आंकड़े इस प्रकार हैं:-
घातक दुर्घटनाएं : 64 (2022 के 79 की तुलना में 19% कम)
मौतें: 67 (2022 के 83 की तुलना में 20% कम)
गैर-घातक दुर्घटनाएं: 118 (2022 की तुलना में 25% कम)
घायल व्यक्ति: 171 (2022 के मुकाबले 16% कम)
कुल मिलाकर, 2023 में दुर्घटनाओं के मामलों में 24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जो ट्रैफिक प्रबंधन और प्रवर्तन प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।
ब्लैक स्पॉट्स की चुनौती
चंडीगढ़ ने सड़क दुर्घटनाओं में सुधार किया है, लेकिन शहर के पांच प्रमुख स्थान अब भी ब्लैक स्पॉट्स बने हुए हैं:
1. एयरपोर्ट लाइट पॉइंट (विस्तारित दक्षिण मार्ग)
2. पोल्ट्री फार्म चौक
3. टीपीटी लाइट पॉइंट जंक्शन
4. काला ग्राम लाइट पॉइंट
5. शास्त्री नगर लाइट पॉइंट
इन स्थानों पर सुरक्षा उपायों को और बेहतर बनाने की जरूरत है।
जागरूकता और प्रवर्तन के शानदार प्रयास
2023 में चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने 9.2 लाख चालान काटे, जो 2022 के 5.52 लाख चालानों की तुलना में 66.2% अधिक हैं। इसके तहत कुल 10.4 करोड़ रुपये जुर्माने के रूप में वसूले गए। ट्रैफिक पुलिस ने उन्नत एआई-आधारित निगरानी प्रणाली और जागरूकता अभियानों के जरिए हजारों नागरिकों तक अपनी पहुंच बनाई।
वाहनों की बढ़ती संख्या पर नजर
2023 में चंडीगढ़ में 50,000 से अधिक वाहन पंजीकृत हुए। इनमें हल्के मोटर वाहन 51.6% और दोपहिया वाहन 29.9% रहे। हालांकि, कुल पंजीकरण में 2022 की तुलना में 3.2% की मामूली गिरावट देखी गई।
भविष्य की राह
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट 2023 में भविष्य की योजनाओं का भी जिक्र है। इनमें यातायात को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाने के लिए उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल, ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा उपाय, और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियानों को और अधिक प्रभावी बनाना शामिल है।