Risk related to Room Heater रूम हीटर का लुत्फ लें जोखिम को टालकर
ठंड के मौसम में घर को गर्म रखने के लिए रूम हीटर का इस्तेमाल आमतौर पर होता है। लेकिन बंद कमरे में सारी रात हीटर चलने देना खतरे से खाली नहीं। हीटर उचित दूरी पर रखना व कमरा गर्म होते ही बंद कर देना या फिर वैकल्पिक इंतजाम जोखिम टालने के बेहतर तरीके हैं।
मधु सिंह
उत्तर भारत में ठंड अपने चरम पर है। कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण उनसे सटे राज्यों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचने के लिए अधिकतर घरों में रूम हीटर का उपयोग किया जा रहा है। इससे सर्दी से काफी हद तक राहत मिलती है। लेकिन हर साल सर्दी के मौसम में रूम हीटर को असावधानी से चलाने के कारण कई लोगों की मौत हो जाती है। बंद कमरे में रूम हीटर को चलाने से हमें ही स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें हो सकती हैं। गौरतलब है कि रूम हीटर का उपयोग करने से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड फैल जाती है और ऑक्सीजन की मात्रा धीरे-धीरे कम होने लगती है। ऐसे में रूम हीटर का जब आप इस्तेमाल कर रहे हों तो दरवाजे या खिड़की को पूरी तरह बंद न करें। उन्हें खुला रखें ताकि कमरे में ऑक्सीजन की कमी न हो।
उचित दूरी पर रखें
रूम हीटर पर हाथ-पैर सेंकने के चक्कर में उसके बिल्कुल करीब न बैठें, क्योंकि इससे भी आपके शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने से बेचैनी और सिरदर्द हो सकता है। हीटर को बिस्तर के पास भी न रखें, उसे रजाई, कंबल या दूसरी चीजों से दूर खुली जगह पर रखें ताकि आग लगने से बचाव हो सके।
कमरा गर्म होते ही हीटर बंद करना
रूम हीटर को चलाने के बाद कमरा जब गर्म हो जाए तो उसे बंद कर देना चाहिए और इसे कभी भी पूरी रात के लिए चलाकर नहीं रखना चाहिए। ज्यादा देर तक इसे चलाने से स्किन ड्राई हो जाती है और सांस लेने में परेशानी होती है। सोने से पहले इसे बंद करके रखें।
तो ऑक्सीजन नहीं होगी कम
रूम हीटर को हमेशा रुक-रुककर थोड़ी देर के लिए चलाएं, लगातार हीटर चलाने से कमरे में ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इलेक्ट्रिक हीटर को हमेशा पॉवर के स्विच बोर्ड पर ही चलाएं वर्ना ओवर लोडिंग हो सकती है। इसकी वजह से हीटर तो खराब होता ही है, इन्वर्टर भी फ्यूज हो सकता है और घर में आग लग सकती है। इसलिए हीटर को सिंगल प्लग में ही लगाना चाहिए।
ताकि जरूरत ही न पड़े हीटर की
सर्दी के दिनों में बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं, जो न तो रूम हीटर खरीदते हैं और न ही चलाते हैं। इससे बिजली की बचत तो होती ही है, इसके अलावा इससे होने वाले नुकसान से भी हम बच सकते हैं। ऐसे कई उपाय हैं, जिससे हम कंपकंपाती ठंड में भी बिना हीटर अपने शरीर को गर्म रख सकते हैं।
सूती पर्दे : घर की विंडो और ग्लास डोर पर कॉटन की बजाय वूलन पर्दे लगाये जा सकते हैं। डार्क कलर के इन मोटे पर्दों से भी कमरा गरम रहता है।
हॉट वाटर बैग : सर्दियों में हॉट वाटर बैग का इस्तेमाल करें। इससे भी बिस्तर गरम रहता है।
वूलन बेडशीट : बेड पर वूलन बेडशीट बिछाएं। इसकी जगह आप पुराने मोटे कंबल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे भी ठंड कम लगती है।
रग्स : सर्दी के मौसम में घर में चलने पर भी पैरों को ठंड लगती है, ऐसे में फर्श पर छोटे और बड़े रग्स बिछाएं। इससे घर गर्म रहता है।
ठंड रोधी उपाय : दरवाजे-खिड़कियों को रात के समय अच्छी तरह से बंद करके रखें, लेकिन दिन में धूप की आवाजाही के लिए खिड़कियां-दरवाजे खोलकर रखें। धूप जाने के बाद खिड़कियों को बंद कर दें ताकि कमरे गरम रहें।
वूलन कपड़े : घर में अच्छी तरह वूलन कपड़े पहनकर रहें। पैरों में सॉक्स पहनें। आजकल वूलन स्लीपर भी मिलते हैं, जिनमें ठंड नहीं लगती। उन्हें घर पर बनाएं या बाजार से खरीदकर इनका इस्तेमाल करें।
खानपान : सूप, चाय, कॉफी जैसे गर्मी देने वाले पेय पदार्थ शरीर को गर्म तो रखते ही हैं, सर्दी में यह हमें एनर्जी भी देते हैं। -इ.रि.सें.