समय पूर्व रोपाई करने पर धान की फसल नष्ट
सोनीपत, 25 अप्रैल (हप्र)
गांव खेवड़ा में नियमों की अनदेखी कर समय से पहले धान की रोपाई करना एक किसान को महंगा पड़ गया। कृषि विभाग की टीम ने कृषि उपनिदेशक डॉ. पवन शर्मा के नेतृत्व में खेवड़ा गांव में पहुंचकर रोपी गई धान की फसल व पौध पर दवा का छिड़काव कर उसे नष्ट कर दिया। साथ ही किसान को निर्देश दिए कि शाम तक खेत की जुताई की जाए। कृषि विभाग ने पहले किसान को नोटिस भी जारी किया था जिसके तहत किसान को फसल नष्ट करने के निर्देश दिए गए थे। कृषि विभाग की टीम में सोनीपत कृषि उपमंडल अधिकारी डॉ. संदीप वर्मा, राई बीएओ अमरजीत सिंह, बीईओ गन्नौर आनंद सिंह आदि मौजूद रहे।
धान उगाने में सिंचाई की अधिक आवश्यकता पड़ती है। मई माह में गर्मी अधिक होती है, ऐसे में धान की फसल के लिए भूजल का इस्तेमाल अधिक करना पड़ता है। कृषि विभाग ने किसानों को 15 जून के बाद ही धान की रोपाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी बीच कृषि विभाग को सूचना मिली कि खेवड़ा गांव में धान की रोपाई की जा रही है। इस पर विभाग हरकत में आया। निर्धारित समय से पहले धान की रोपाई करने वाले किसान पर 4 हजार रुपये प्रति एकड़ जुर्माना भी लगाया जा सकता है। जुर्माना अदा न करने पर किसान के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो सकता है।
खरीफ सीजन की शुरुआत होने वाली है। जल संरक्षण के लिए 15 जून से पहले धान की रोपाई पर रोक है। जानकारी मिली थी कि गांव खेवड़ा में दीपालपुर के किसान ने तीन एकड़ भूमि में धान की रोपाई की है, जिस पर स्प्रे कर फसल को नष्ट कर दिया गया। किसानों का आह्वान है कि वे 15 मई से पहले पौध न उगाएं और 15 जून से पहले धान की रोपाई न करें।
- डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत