नहीं लगेंगे हरियाणा से बाहर के सेवानिवृत्त शिक्षक
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 4 जुलाई
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने यूटर्न लेते हुए अपने उस फैसले को वापस ले लिया है, जिसमें दूसरे राज्यों के सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी हरियाणा में कांट्रेक्ट पर लगाने का निर्णय लिया था। राज्य सरकार की ‘सुगम शिक्षा’ नीति के तहत शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। यह नीति इसलिए बनाई गई ताकि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सके।
कॉन्ट्रेक्ट पर भर्ती का लिया गया निर्णय
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के चालीस हजार से अधिक पद खाली हैं। इन पदों पर नियमित भर्ती होने तक यह अस्थाई प्रबंध करने के लिए सुगम शिक्षा योजना के तहत कांट्रेक्ट पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को रखने का निर्णय लिया गया। पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग ने इसके लिए पत्र जारी किया था। इस पत्र के तहत हरियाणा से बाहर यानी पड़ोसी राज्यों – नई दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़ व उत्तराखंड के शिक्षकों को भी हरियाणा में नियुक्ति मिल सकती थी।
शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि शिक्षा विभाग ने सुगम शिक्षा के तहत सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं लेने के लिए पहली जुलाई से ईआरटीएस पोर्टल को खोल दिया है।
इसके लिए हरियाणा राज्य के राजकीय विद्यालयों से सेवानिवृत्त शिक्षकों के अतिरिक्त अब हरियाणा राज्य के राजकीय विद्यालयों से सेवानिवृत्त अतिथि शिक्षकों तथा हरियाणा राज्य के प्राइवेट मान्यता प्राप्त एडिड स्कूलों से सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं भी ली जा सकती हैं। विभाग ने पड़ोसी राज्यों के राजकीय विद्यालयों से सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं लेने के बारे भी निर्णय लिया था।
उसे अब वापस ले लिया गया है। अब ‘सुगम शिक्षा’ के अंतर्गत केवल हरियाणा राज्य के शिक्षकों की ही सेवाएं ली जाएंगी। राजकीय विद्यालयों के मुखिया/प्रभारी अपने विद्यालय में उपलब्ध रिक्ति के समक्ष आवश्यकतानुसार सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं ले सकते हैं।