पाइट में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का परिणाम आज
समालखा,14 दिसंबर (निस)
तमिलनाडु के कलासलिंगम एकेडमी ऑफ रिसर्च एंड एजुकेशन के छात्र-छात्राओं की एजाइल एवेंजर्स टीम ने मोबाइल फोन जितना डिवाइस बनाया है। इसके माध्यम से किसान को अपनी मिट्टी के बारे में प्रत्येक छोटी से छोटी जानकारी हो जाएगी। समालखा स्थित पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी (पाइट) में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के सातवें संस्करण में छात्रों ने यह प्रोजेक्ट बनाया है। 11 दिसंबर से शुरू हुआ स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआइएच) का 15 दिसंबर को समापन होगा। तमिलनाडु की टीम ने कम बजट में छोटी सी किट बनाई है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) आधारित किट के माध्यम से स्मार्ट खेती की जा सकती है। पोर्टेबल डिवाइस का प्रयोग करके सेंसर फीचर लगाए गए हैं। किसान को एआई से पता चल जाएगा कि मिट्टी को कब-कब किस चीज की जरूरत है। सालों साल का डाटा इसमें रहेगा, जो समय-समय किसान को अलर्ट करता रहेगा। किसान अगर स्मार्ट खेती करेंगे तो उन्हें मिट्टी के पोषक तत्वों के बारे में जानने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। दो मिनट में उन्हें पता चल सकता है कि जमीन को कितनी खादी चाहिए। किस माध्यम से फसल को बढ़ाया जा सकता है।
दिन-रात टीमों ने काम किया
एसआईएच के लिए पाइट में नियुक्त सिंग्ल पॉइंट ऑफ कॉन्टेक्स (स्पोक) डॉ .पूनम जागलान ने बताया कि 11 दिसंबर से टीमें दिन-रात प्रोजेक्ट बना रही हैं। पाइट की आइडिया लैब में ही इन्होंने अपने प्रोजेक्ट के लिए जरूरी सामान बनाया। विशेषज्ञ जजों ने अलग-अलग राउंड में प्रोजेक्ट को नंबर दिए हैं। अब 15 दिसंबर को परिणाम आएगा। विजेता छह टीमों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।